समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह की मुलाकात ने दोनों दलों के टिकटार्थियों की बेचैनी बढ़ा दी है। दोनों की ओर से किए गए ट्वीट के बाद टिकट के दावेदारों की नजर मुलाकात के नतीजों पर टिक गई। हालांकि गठबंधन का एलान और सीटों के आवंटन की अभी अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। लेकन सोशल मीडिया पर चल रही खबरें वायरल होने के साथ दावेदार सक्रिय हो गए हैं। 

विधानसभा चुनाव में सपा और रालोद के बीच गठबंधन होना तय है। लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई। मंगलवार को रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात कर फोटो ट्वीट करते हुए ‘बढ़ते कदम’ लिखा। 

उधर, अखिलेश यादव ने भी ‘ चौधरी जयंत के साथ बदलाव की ओर’ लिखकर फोटो ट्वीट किया। दोनों नेताओं की मुलाकात की जानकारी जैसे ही रालोद-सपा नेताओं को मिली तो बेचैनी बढ़ गई। दोनों दलों के बीच गठबंधन से चुनाव लड़ने को लेकर यह मुलाकात हुई है, यह दोनों नेताओं के ट्वीट से लगभग साफ हो गया है। लेकिन अभी किसी ने भी इसकी अपनी तरफ से घोषणा नहीं की है। 

सोशल मीडिया पर रालोद के खाते में 40 सीट
गठबंधन के साथ ही सीटों के बंटवारे की खबरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं। जिसमें बताया जा रहा है कि सपा ने रालोद को 40 सीटें दी हैं, लेकिन इनमें भी चार सीटों पर प्रत्याशी जहां रालोद का होगा, तो सिंबल सपा का रहेगा। लेकिन इन खबरों में कौन सी विधानसभा रालोद के खाते में होगी, यह स्पष्ट नहीं किया गया है। 

छह सीटों में बंटवारे पर टिकी नजर
जिले की मुजफ्फरनगर सदर, खतौली, बुढ़ाना, चरथावल, पुरकाजी सुरक्षित और मीरापुर सीट को लेकर भी फैसला होना है। दोनों दलों में टिकटार्थियों की लंबी लाइन लगी हुई है। इनमें चरथावल सीट पर सबसे ज्यादा दिलचस्प होड़ मची हुई है। टिकट के दावेदारों की नजर भी दोनों दलों के नेताओं की मुलाकात पर रही।
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