बड़ौत। पिछले चार दिनों से बिजली न आने से आक्रोशित अलावलपुर गांव के ग्रामीणों ने बुधवार को शिकोहपुर बिजलीघर पर पहुंचकर हंगामा-प्रदर्शन किया। जेई और अन्य कर्मचारियों को बंधक बनाकर उन्हें खरी-खोटी सुनाई। संतोषजनक आश्वासन न मिलने पर ग्रामीणों ने एसई कार्यालय पर धरना दिया। जहां पर एसई ने दो दिनों के अंदर समस्या का समाधान कराए जाने का आश्वासन दिया।

बुधवार को ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मनीष चौहान के नेतृत्व में काफी संख्या में ग्रामीण शिकोहपुर गांव के बिजलीघर पर पहुंचे और हंगामा-प्रदर्शन व नारेबाजी करते हुए जेई मौहम्मद आदिल और अन्य कर्मचारियों को बंधक बना लिया। ग्रामीणों ने बताया कि शिकोहपुर गांव में स्थित बिजलीघर से गांव में बिजली आपूर्ति दी जाती है, जो लाइन शिकोहपुर बिजलीघर से गांव आती है, वह 100 साल से भी अधिक पुरानी हो चुकी है।

आए दिन लाइन टूटने से गांव की बिजली सप्लाई ठप पड़ी रहती है। अभी भी पिछले चार दिनों से गांव की बिजली आपूर्ति ठप है, लगतार शिकायत किए जाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। जिस कारण पेयजल संकट गहरा गया। लोगों को खेतों में लगे नजकूप से पेयजल व्यवस्था करनी पड़ रही है। शाम होते ही गांव में अंधेरा छा जाता है। इससे अपराधिक घटनाएं होने का डर बना रहता है। बाद में ग्रामीण एसई कार्यालय पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए।

बाद में एसई केपी खान ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि दो दिनों के अंदर लाइन बदलवाए जाने का काम शुरू हो जाएगा और उसके बाद नियमित रूप से बिजली आपूर्ति सूचारु रहेगी। इसके बाद  मांग पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी देते हुए लौट गए। इस अवसर पर प्रवेश कुमार त्यागी, भीम सिंह, मनीष प्रधान, सुमित भगत, अर्पित राजपूत, कपिल त्यागी, डॉ़ सुरेंद्र कश्यप शामिल रहे।

अलावलपुर गांव के ग्रामीण आए थे, जिन्होंने बिजली आपूर्ति में बाधित बन रही पुरानी लाइन को बदलवाने की शिकायत की। जल्द ही गांव की लाइन बदलवाए जाने की मांग पर कार्य शुरू किया जाएगा। -केपी खान एसई।