बागपत। कलक्ट्रेट में बुधवार को कई किसान संगठनों ने बिजली के निजीकरण व स्मार्ट मीटर लगाने के विरोध में हंगामा किया। यदि स्मार्ट मीटर लगाने की कार्रवाई की गई तो वह सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे। उन्होंने एडीएम को ज्ञापन सौंपकर समस्या का निस्तारण करने की मांग की।

किसान संगठनों के नेता व काफी संख्या में किसान ट्रैक्टरों से जुलूस निकालकर कलक्ट्रेट में पहुंचे। वहां हंगामा करने के बाद धरना शुरू कर दिया गया। वहां किसान मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉ़ संजीव ने कहा कि घरों पर स्मार्ट मीटर नहीं लगने दिया जाएगा। प्रदेश सरकार ग्रामीणों के घरों पर मीटर लगाकर उनका उत्पीड़न कर रही है, जिसे सहन नहीं किया जाएगा। किसान मजदूर एकता केंद्र मुजफ्फरनगर के जिलाध्यक्ष मनोज प्रधान ने कहा कि किसान पहले ही कर्ज के नीचे दबा हुआ है और दूसरी तरफ बकाया गन्ना भुगतान तक नहीं किया जा रहा है।

ऐसे में किसान बिजली का भार कैसे सहन कर पाएंगे। उन्होंने बिजली निजीकरण का भी विरोध किया। किसानों ने कहा कि वह किसी भी कीमत पर घरों पर स्मार्ट मीटर नहीं लगने देंगे। यदि उनके गांव में कोई मीटर लगाने पहुंचा तो उसको वापस भेज दिया जाएगा। उन्होंने एडीएम सुभाष सिंह को ज्ञापन देकर बिजली के निजीकरण नहीं करने, स्मार्ट मीटर लगाना बंद करना व किसानों का बकाया गन्ना भुगतान कराने की मांग की है।

नौजवान भारत सभा, मजदूर सहायता समिति, भीम आर्मी व किसान मजदूर एकता संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने भी समर्थन दिया। इस दौरान जितेंद्र तोमर, संजीव तोमर, अनुज चिकारा, प्रवीण कुमार, वीरपाल, विश्वपाल सिंह, हरेंद्र, प्रेमपाल, पुष्पेंद्र, बीर सिंह प्रधान, यशपाल, विक्रांत, मुस्तिकम, नवनीत मौजूद रहे।