मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में चलने वाले संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत अब जानलेवा रोगों जैसे कैंसर, हायपरटेंशन, डायबिटीज, और सीओपीडी की पहचान भी की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने प्रत्येक आशा कार्यकर्ता को 30 वर्ष से ऊपर के पांच व्यक्तियों की लक्षणों के आधार पर स्क्रीनिंग कराई जाएगी।

इस अभियान का उद्देश्य बरसात के बाद आमतौर पर होने वाले बुखार और अन्य संचारी रोगों से लोगों को बचाना है। वर्तमान में संचारी रोग नियंत्रण अभियान में कुष्ठ रोग, टीबी, कुपोषण से ग्रस्त बच्चों की पहचान और फायलेरिया जैसी बीमारियों के मरीजों का उपचार शामिल है। अभियान के साथ चलने वाले दस्तक अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर जानलेवा रोगों के लक्षणों की पहचान करेंगी। किसी भी व्यक्ति में लक्षण मिलने पर उसे तुरंत संबंधित उपचार केंद्र पर भेजा जाएगा।

इस बार स्वास्थ्य विभाग गैर संचारी रोगों की पहचान पर भी ध्यान देगा, जिससे समय पर उपचार मिल सके। अभियान के सफल संचालन के लिए आशा कार्यकर्ताओं को सीएचओ और एएनएम के निर्देशन में कार्य करने का निर्देश दिया गया है। इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की उम्मीद है।