नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कुछ राज्यों से भले ही दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी की घोषणा कर दी है, लेकिन पूर्वोत्तर मॉनसून के अभी और बरसने के आसार बन रहे हैं। दक्षिण-पूर्वी प्रायद्वीपीय भारत में अक्टूबर-दिसंबर महीने में सामान्य से अधिक वर्षा होने का पूर्वानुमान लगाया है।
आईएमडी का यह आकलन यह कई वैश्विक मौसम मॉडलों से प्राप्त आउटपुट पर आधारित है। आपको बता दें कि जून से सितंबर के बीच दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के मौसम के दौरान भारत में 108 प्रतिशत बारिश हुई जो कि सामान्य से अधिक है।
मॉनसून के बाद के मौसम के लिए पूर्वानुमान जारी करते समय IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, “अक्टूबर-दिसंबर के दौरान दक्षिण-पूर्वी प्रायद्वीपीय भारत में औसत 334.13 मिमी वर्षा होगी, जो कि 112 प्रतिशत होगी।”
इसे शीतकालीन मॉनसून के रूप में भी जाना जाता है। आईएमडी के मुताबिक, रायलसीमा, यनम, तटीय आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी, तमिलनाडु, केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में वर्षा होगी। तमिलनाडु के लिए यह मुख्य वर्षा का मौसम है। राज्य में इस दौरान अधिकांश वर्षा दर्ज की जाती है।
भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर के ऊपर स्थित ला नीना के कारण तमिलनाडु और पुडुचेरी में सामान्य से कम बारिश हो सकती है। ला नीना को भारत में पूर्वोत्तर मॉनसून को दबाने के लिए जाना जाता है। आईएमडी प्रमुख ने कहा, “ला नीना के दौरान तमिलनाडु और पुडुचेरी में सामान्य से कम बारिश होती है।”
आईएमडी अधिकारियों ने कहा कि पूर्वोत्तर मॉनसून का प्रदर्शन काफी हद तक अंतर-मौसमी विकास पर निर्भर करेगा। अगले कुछ दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी की गति बढ़ने की संभावना है और उत्तर-पश्चिम और उत्तरी भारत से बारिश बंद होने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा कि देश भर में अक्टूबर बारिश का महीना बना रहेगा। इस महीने के दौरान पूरे भारत में औसत 75.4 मिमी बारिश हो सकती है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर और पूर्वी भारत में अक्टूबर का महीना शुष्क रह सकता है।