मुजफ्फरनगर :  नगर पालिका बोर्ड बैठक में करीब 90 करोड़ के नगरोदय योजना संबंधी प्रस्ताव पर सहमती नहीं बन सकी। पालिका के पदेन सदस्य सांसद हरेन्द्र मलिक ने बोर्ड को विकास के लिए प्रेरित किया।

मुजफ्फरनगर नगर पालिका बोर्ड बैठक में करीब 90 करोड़ के नगरोदय योजना संबंधी प्रस्ताव पर सहमती नहीं बन सकी। बोर्ड ने सभी की राय से संशोधित कर प्रस्ताव को फिर से बैठक रखने की बात कही। पालिका के पदेन सदस्य सांसद हरेन्द्र मलिक बोर्ड बैठक में पहुंचे।

उन्होंने चेयरपर्सन को सभी सदस्या को साथ लेकर चलने की सलाह दी। इसके साथ ही उन्होंने वार्ड मेंबर्स को अधिकारियों के साथ मर्यादा से पेश आने और विकास के रथ मे सारथी बनने को प्रेरित किया। बोर्ड बैठक में नगर पालिका की 500 दुकानों में शिकमी किराएदारी संबंधी महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी पारित हो गया।

सोमवार को नगर पालिका सभागार में चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप की अध्यक्षता में नगर पालिका बोर्ड की बैठक हुई। ईओ डा.प्रज्ञा सिंह ने एजेंडा पढना शुरू किया तो गत बोर्ड बैठक की पुष्टि वाले पहले प्रस्ताव पर बात अटक गई। सभासद राजीव शर्मा ने गत बोर्ड बैठक में ईओ को सरकारी खर्च पर गाड़ी मुहैया कराए जाने संबंधी उक्त प्रस्ताव का विरोध किया।

मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना के तहत पालिका के विस्तारित क्षेत्र में विकास के लिए शासन से 7.53 करोड़ की मांग की गई थी। जिसके सापेक्ष 7.33 करोड़ की धनराशि प्राप्त हुई है। आवंटित धनराशि से नगर पालिका क्षेत्र में शामिल आबादी वाले 11 गांव में विभिन्न सड़कों और नालियों का निर्माण कराया जाएगा। जिससे संबंधित प्रस्ताव बोर्ड बैठक मेंं लाया जा रहा है।

शहर की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की भी योजना है। जिसे ध्यान में रखते हुए सड़कों पर पेचवर्क और उन्हें गड्ढा मुक्त करने के लिए 12.27 लाख रुपये का प्रस्ताव लाया गया है। बोर्ड ने प्रस्ताव पर सहमती दी।

बिजली की बचत करने के लिए शहर में विभिन्न स्थानों पर लगी हाईमास्ट लाइटों से सोडियम लाइट बदलकर उनके स्थान पर एलईडी लगवाने की योजना पर मुहर लग गई। इसके लिए 120 हाईमास्क सोडियम फ्लड लाइटों को 170-200 वॉट की एलईडी लाइटों से बदला जाएगा।