मुज़फ्फरनगर : बुढ़ाना में शनिवार को अखिल त्यागी ने एक धर्म के खिलाफ पोस्ट कर दी थी। जिसके बाद दूसरे समुदाय के लोगों ने पथराव कर दिया था। पुलिस ने अखिल त्यागी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरे पक्ष से अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने कहा कि सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले युवक को परिवार ने पुलिस को सौंप दिया था। लेकिन अभी तक पथराव करने वाले, जाम और बलवा करने वालों की पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है। चेतावनी देते हुए कहा कि 24 घंटे में यदि रिजल्ट नहीं मिला तो एक्शन पर रिएक्शन होगा।

सोमवार को बुढ़ाना में पूर्व मंत्री अखिल त्यागी के परिवार के बीच पहुंचे और परिवार से घटना की जानकारी ली। सीओ गजेंद्र पाल सिंह से पूछा कि एक लाइन की टिप्पणी लिखने पर अखिल त्यागी को जेल भेज दिया गया, लेकिन पथराव करने वाले क्यों नहीं पकड़े गए।

पथराव, जाम लगाने और बवाल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुई। पूर्व मंत्री ने कहा कि दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने अभी तक कोई गिरफ्तारी नही की है। 24 घंटे में हमें रिजल्ट चाहिए। गिरफ्तारी नहीं होने पर बुढ़ाना में मीटिंग कर अगली कार्रवाई के बारे में सोचा जाएगा। भीड़ एकत्र करना व थाना में बैठना हम भी जानते हैं।

पहला मुकदमा धार्मिक भावनाएं भड़काने का : शनिवार रात बुढ़ाना के अखिल त्यागी ने सोशल मीडिया पर धार्मिक टिप्पणी की थी। पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया था। अफवाह फैल गई कि पुलिस ने आरोपी छोड़ दिया है। जिस कारण सैंकड़ों लोग एकत्र हो गए और जाम लगा दिया था।

जमीयत उलमा ए हिंद मदनी के नगराध्यक्ष मुफ्ती आस मोहम्मद ने अखिल त्यागी के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को भड़काने का मुकदमा दर्ज कराया था। तोड़फोड़ का दर्ज कराया दूसरा मुकदमा : आरोपी अखिल त्यागी के तहेरे भाई प्रवेश त्यागी ने मुकदमा दर्ज कराया कि नदी रोड स्थित उनकी दुकान पर 25 लोगों ने पथराव कर दिया। शटर में ईंट-पत्थर मारे गए। कैमरा भी टूट गया। भाजपा नेता इस मुकदमें आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
जाम और आचार संहिता उल्लंघन का तीसरा मुकदमा : शनिवार रात एकत्र होकर हंगामा करने के मामले में एसएसआई ललित शर्मा की ओर से सात सौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। बीएनएस की धारा 191 (2), 190, 126 (2), 223, अपराधिक कानून संशोधन अधिनियम 1932 की धारा 7 में मुकदमा दर्ज किया गया था।

संयुक्त हिंदू मोर्चा के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर सिटी मजिस्ट्रेट को बुढ़ाना प्रकरण में मांगपत्र सौंपा। स्वामी नरसिंहानंद सरस्वती ट्रस्ट की राष्ट्रीय महासचिव डाॅ. उदिता त्यागी ने कहा कि अखिल त्यागी को रिहा किया जाए। दूसरे समाज के लोगों ने बेवजह माहौल को खराब करने की कोशिश की है।

मुख्यमंत्री के नाम लिखित मांगपत्र सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। मनोज सैनी, प्रवीण जैन, बाबू रामपाल, डॉ. योगेंद्र शर्मा, शिव कुमार शर्मा, बिट्टू सिखेड़ा, पंकज भारद्वाज मौजूद रहे।

पुलिस ने बुढ़ाना प्रकरण में सीसीटीवी फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है। वायरल वीडियो और फोटो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। सीओ गजेंद्र पाल सिंह ने कहा कि जल्द ही आरोपी पकड़ लिए जाएंगे।