हरदोई।  हरदोई के बिल्हौर-कटरा राज्य राजमार्ग पर बुधवार दोपहर में हुआ हादसा इतना भीषण था कि ऑटो सवार ज्यादातर लोगों को चीखने का भी मौका नहीं मिला। ऑटो पलटा और दबकर 11 लोगों की जान चली गई। इनमें से सात लोगों की मौत मौके पर ही हो गई। मरने वाले सभी ऑटो में सवार थे। कोई अपने करीबी की मौत की सूचना पर दुख व्यक्त कर घर जा रहा था तो कोई महिला मायके जा रही थी। एक परिवार का इकलौता बेटा दवा लेने के लिए निकला था, लेकिन मौत ने रास्ते में ही दबोच लिया।

माधौगंज कस्बे के पटेल नगर पूर्वी निवासी सत्यम कुशवाहा (20) बीएससी द्वितीय वर्ष का छात्र था। उसके पिता पप्पू पुताई का काम करते हैं, जबकि मां ज्ञानवती आशा कार्यकर्ता हैं। सत्यम माता-पिता का इकलौता पुत्र था। उसे दो दिन से बुखार आ रहा था। राहत न मिलने पर वह दवा लेने के लिए हरदोई जा रहा था। ऑटो से बिलग्राम में उतरकर उसे हरदोई के लिए बस लेनी थी। बिलग्राम पहुंचने से पहले ही सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई। मां ज्ञानवती और पिता पप्पू शव देखकर बदहवास हो गए।

दुर्घटना में जान गंवाने वाली पटियनपुरवा निवासी सुनीता और उनकी बेटी आशी का इंतजार बरेली में हो रहा था। वह दोनों तो नहीं पहुंचे, लेकिन उनकी मौत की जानकारी पहुंच गई। दरअसल, सुनीता का मायका बरेली में है। भैयादूज पर सुनीता घर नहीं जा पाई थी। बुधवार को वह बेटी आशी के साथ बरेली जाने के लिए निकली थी। माधौगंज से ऑटो में सवार होकर बिलग्राम जा रही थी। बिलग्राम से हरदोई बस से और फिर हरदोई से ट्रेन से बरेली जाना था। सुनीता का पति आलोक खेती करते हैं। एक पुत्र उमंग (15) विद्यार्थी है।

बिलग्राम कोतवाली क्षेत्र के इटौली गांव निवासी नीलम (60) का ननिहाल मल्लावां कोतवाली क्षेत्र के महनेपुर गांव में है। नीलम के ममेरे भाई की मौत मंगलवार को हो गई थी। दुख जताने के लिए नीलम अपने भतीजे राकेश की पत्नी राधा और राधा की बहन अल्लीगढ़ निवासी निर्मला के साथ महनेपुर गई थीं। बुधवार की सुबह नीलम के देवर गोकरन ने उसे राधा और निर्मला के साथ महनेपुर मोड़ से बिलग्राम जाने के लिए ऑटो पर बैठाया था। गोकरन ने गांव पहुंचकर मिलने की बात कही थी, लेकिन निर्मला, नीलम और राधा का यह आखिरी सफर हो गया।

सुरसा थाना क्षेत्र के सर्रा सथरा निवासी विमलेश (17) मेरठ में रहकर प्राइवेट फैक्टरी में काम करता था। दीपावली पर वह घर आया था। त्योहार पर उसने खूब रोशनी की। मंगलवार को वह अपनी बुआ के बेटे संजय के घर माधौगंज थाना क्षेत्र के पहुंतेरा गांव गया था। यहां से संजय अपने पारिवारिक भतीजे आनंद और मामा के बेटे विमलेश के साथ बिलग्राम जाने के लिए बुधवार सुबह ऑटो लेकर निकला था। हादसे में आनंद और संजय घायल हो गए, जबकि विमलेश की मौत हो गई। विमलेश तीन भाइयों में सबसे छोटा और अविवाहित था।

हादसे के मृतकों में बिलग्राम कोतवाली क्षेत्र की इटौली गांव निवासी राजाराम की पत्नी नीलम (60) और उनके भतीजे राकेश की पत्नी राधा (30), राधा की बहन निर्मला (40), मल्लावां कोतवाली क्षेत्र के मझिगवां गांव निवासी माधुरी (37), माधौगंज थाना क्षेत्र के पटियनपुरवा निवासी आलोक की पत्नी सुनीता (35) और उनकी पुत्री आशी (11), माधौगंज कस्बे के पटेलनगर पूर्वी निवासी सत्यम कुशवाहा (20), सुरसा थाना क्षेत्र के सर्रा सथरा निवासी विमलेश (17), सांडी थाना क्षेत्र के गुर्रा गांव निवासी रोशनी (26) और उनकी पुत्री वंशिका (5) और बेटा प्रांशु शामिल हैं। रोशनी के पति गंभीर रूप से घायल हैं।

घायलों में रमेश, माधौगंज थाना क्षेत्र के पहुंतेरा निवासी ऑटो चालक संजय (37) और उसका पारिवारिक भतीजा आनंद (22) व गुर्रा निवासी बालेश्वर (30) शामिल हैं। रमेश और संजय का इलाज मेडिकल कॉलेज हरदोई में चल रहा है। आनंद और बालेश्वर को लखनऊ रेफर किया गया है।

ऑटो में क्षमता से अधिक सवारियां बैठी थीं। यदि ऑटो में मानक के अनुसार चार लोग ही सवार होते, तो हादसा इतना बड़ा न होता।बताया जा रहा कि ऑटो चालक जहां से सवारी बैठाकर चलता है, वहां से थाना 500 मीटर और जहां पर सवारियों को उतरता है, वहां से दूसरा थाना 300 मीटर दूर है। इसके बावजूद ऑटो वाले यातायात नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। यही नहीं, इस समय तो यातायात सप्ताह भी मनाया जा रहा है। इसके बावजूद ऑटो चालक क्षमता से अधिक सवारियां बैठाकर सड़कों पर दौड़ रहे हैं। पुलिस को खबर तक नहीं है।

आपको बता दें कि हरदोई के बिल्हौर कटरा राज्य राजमार्ग पर बुधवार को दोपहर 12:30 बजे बाइक सवार अचानक दाएं मुड़ गया। उसे बचाने के लिए पीछे से आ रहे डीसीएम चालक को अचानक ब्रेक लगानी पड़ी। इससे डीसीएम सड़क पर तिरछा हो गया।

इसी दौरान सामने से आ रहे सवारियों से भरे ऑटो चालक ने डीसीएम से टकराने से बचने के लिए ब्रेक लगा दिया। इस कारण ऑटो पलट गया। हादसे में ऑटो में सवार 11 लोगों की मौत हो गई। ऑटो चालक सहित चार लोग घायल हैं। घायलों में एक बाइक सवार भी है। मृतकों में पांच महिलाएं, दो युवक, एक किशोर, महिला और उनके दो बच्चे हैं।

बताया जा रहा कि मरने वालों में रिश्ते में दो सगी बहनें और उनकी चचिया सास और भाई-बहन व उनकी मां हैं। ऑटो में सवार सात लोगों की मौके पर मौत हो गई। सूचना पर करीब 15 मिनट में पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया।

सूचना मिलने के बाद करीब 18 मिनट में पहुंची एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। दो घायलों को मेडिकल कॉलेज हरदोई में भर्ती कराया गया है। दो गंभीर घायल को लखनऊ रेफर किया गया है।

उधर, हादसे की जानकारी होने पर एसपी नीरज कुमार जादौन और अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी नृपेंद्र घटनास्थल और सीएचसी पहुंचे। डीएम मंगला प्रसाद सिंह ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर घायलों से जानकारी ली। डीएम पहले मेडिकल कॉलेज और फिर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।