मुजफ्फरनगर। कावड़ मेले के दौरान दुकानों पर नेम प्लेट लगाने की मांग उठने वाले मुजफ्फरनगर जनपद के स्वामी यशवीर जी महाराज ने कुछ दिन पूर्व ऐलान किया था कि जनपद में स्थित शुक्रताल तीर्थ नगरी में लगने वाले कार्तिक मेले में अगर कोई भी मुस्लिम व्यक्ति पूजा पाठ की सामग्री और प्रसाद बेचने की दुकान लगाता हुआ पाया गया तो वह उसे मेले से बाहर कर देंगे।
आज स्वामी यशवीर जी महाराज अपने साथियों के साथ शुक्रताल मेले में पहुंचे थे जहां उन्होंने दुकान दर दुकान जाकर दुकानदारों से उनके आधार कार्ड चेक कर उनके नाम की प्लेट उनकी दुकानों पर चस्पा कराई तो वही यधवीर महाराज ने मीडिया से बात करते हुए एक ओर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि इस बार तो इस मेले में जहाँ मुस्लिम समाज के लोगों को सिर्फ पूजन सामग्री और प्रसाद ना बेचने की हिदायत दी गई है तो वही अगले साल लगने वाले इस मेले में मुसलमान समाज की नो एंट्री होगी।
दरसअल मुजफ्फरनगर जनपद में स्थित योग साधना आश्रम के महंत स्वामी यशवीर जी महाराज का कहना है कि मुसलमानों द्वारा खाद्य सामग्रियों में मल मूत्र आदि मिलाकर हिंदू समाज का धर्म भ्रष्ट किया जा रहा है। जिसके चलते उन्होंने शुक्रताल के गंगा स्नान मेले में मुसलमान समाज से ये अपील की थी कि वह पूजन सामग्री और प्रसाद की दुकान ना लगाए और अगर इस तरह की कोई दुकान लगाता हुआ पाया गया तो उसे मेले से बाहर कर दिया जाएगा। कहा कि मुस्लिम समाज के इन लोगों पर लगातार उनकी 500 युवाओं की टीम नजर भी बनाए हुए हैं।
आपको बता दें कि इस मेले में आज तो उन्हें कोई ऐसा मुस्लिम समाज का दुकानदार नहीं मिला लेकिन जिन दुकानों पर यशवीर जी महाराज की टीम ने नेम प्लेट चश्मा की है उन दुकानदारों का कहना है कि स्वामी जी जो कर रहे हैं वह बहुत अच्छा काम हैं और उनके इस काम में वह उनका पूरा पूरा सहयोग भी करेंगे।
मेले में जहाँ दुकान लगाने वाले दुकानदार जितेंद्र की माने तो भाई यह जो हिंदू मुस्लिम का चल रहा है की घाट पर किसी मुस्लिम की दुकान ना हो इस कोई उल्टा सीधा काम ना हो इसलिए पहुंचे महाराज जी बहुत अच्छा अभियान है महाराज जी का इसका हम फुल सहयोग करेंगे और दूसरों को भी सही शिक्षा देंगे महाराज जी ने आधार कार्ड चेक किया है और सब लोगों को देखा क्या कर रहे हैं क्या बना रहे हैं।
तो एक ओर दुकानदार अनिल शर्मा का कहना है कि फूल प्रसाद माला यहाँ बेचते हैं जी यही गंगा घाट पर हां जी आधार कार्ड चेक किया उसका नाम देखते हैं आईडी देखे हैं कोई वैसा तो नहीं है नहीं यह तो बढ़िया काम है हर बिरादरी का नाम होना चाहिए अपना चाहे जो भी हो यह तो बढ़िया चीज है जी।