मुजफ्फरनगर। संभल में हुए बवाल को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह घटना सरकार की साजिश है, ऐसा नहीं होना चाहिए था। न्यायालय द्वारा कार्रवाई चल रही है, उसे भी देखा जाना चाहिए। पुलिस को भी संयम से काम लेना चाहिए था।
मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन ने किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया। नरेश टिकैत ने कहा कि किसान और मजदूर वर्ग का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। समस्या की अनदेखी करने वाले विभागों के विरुद्ध सख्ती से काम लिया जाएगा। कुछ विभाग ऐसे हैं, जो किसानों पर अनावश्यक रूप से दबाव बनाकर शोषण कर रहे हैं।
प्रदेश भर में शुगर मिलें संचालित हो चुकी हैं, लेकिन गन्ना मूल्य अभी घोषित नहीं हो सका है। गन्ने का उचित मूल्य किसान को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बाबा टिकैत का जिला है, यहां अधिकारियों को किसानों के साथ सम्मान पूर्ण तरीके से व्यवहार करना पड़ेगा। यहां मीडियाकर्मियों के सवाल पर संभल की घटना को लेकर कहा कि यह सरकार की साजिश का हिस्सा है। वहां ऐसा नहीं होना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में मुजफ्फरनगर जला था, उसके बाद आपसी सौहार्द कायम करने में बहुत मेहनत की गई। अब प्रदेश भर में अलर्ट जैसी स्थिति है। मीरापुर उपचुनाव को लेकर कहा कि जीतने वाले प्रत्याशी को सर्वसमाज के हित में कार्य करना चाहिए। यहां पर एक इंस्पेक्टर हाथ में पिस्टल लेकर गाली-गलौज करने का वीडियो देखा था, यह उचित नहीं है।
जिलाध्यक्ष नवीन राठी ने कहा कि किसान-मजदूर की समस्या का समाधान नहीं होने पर अधिकारी आंदोलन का सामना करने के लिए तैयार रहें। इसके बाद राष्ट्रपति के नाम संबोधित 12 सूत्रीय ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप को सौंपा। धरने की अध्यक्षता अध्यक्षता सरदार वीर सिंह ने और संचालन मीडिया प्रभारी चौधरी शक्ति सिंह ने किया।
इस दौरान राष्ट्रीय महासचिव ओमपाल मलिक, प्रदेश महासचिव धीरज लाटियान, एनसीआर महासचिव वीरेश मोतला, ओमप्रकाश शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी सत्येंद्र बालियान, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ प्रदेशाध्यक्ष जहीर फारूकी, पंडित योगेश शर्मा, श्याम पाल चेयरमैन, सरदार गुरमेल सिंह बाजवा, बलराम सिंह, गुलशन चौधरी, प्रमोद अहलावत, सत्येंद्र चौहान मौजूद रहे।