मुजफ्फरनगर। जीएसटी केस में फंसे पूर्व विधायक शाहनवाज राणा की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है । जीएसटी केस में कल जमानत मिलने के बाद भी शाहनवाज राणा अभी जेल में ही रहेंगे।
जैसा आपको ज्ञात ही है कि 5 दिसंबर को राना स्टील पर जीएसटी की डिप्टी डायरेक्टर श्रेया गुप्ता के नेतृत्व में जीएसटी की टीम ने छापा मारा था।
वहां जीएसटी की टीम को विरोध और उन पर हमले का भी सामना करना पड़ा था, इस मामले में पूर्व विधायक शाहनवाज राणा भी मौके पर पहुंचे थे और उनकी जीएसटी की डिप्टी डायरेक्टर से तीखी बहस भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी।
शाहनवाज राणा उसी दिन गिरफ्तार हो गए थे उसके बाद शाहनवाज राणा के जेल से रिहाई मुश्किल होती नजर आ रही है
जीएसटी केस में कल अपर जिला जज प्रथम गोपाल उपाध्याय ने उन्हें जमानत दे दी थी लेकिन आज उनकी रिहाई से पहले पुलिस ने उन्हें एक और मामले में बुक कर दिया है। जिससे उनकी रिहाई के आसार अब और टल गए हैं।
शाहनवाज राणा के पुत्र शाह आजम राणा उर्फ प्रिंस जम्बूदीप एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट लिमिटेड नाम की कंपनी के डायरेक्टर है, जिनमें उनके साथ कामरान राणा,जिया अब्बास जैदी, और तौसीफ कुरैशी भी डायरेक्टर है, इस मामले में जीएसटी के सहायक आयुक्त प्रदुमन चौधरी ने एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी जिसमें आरोप लगाया था कि इस कंपनी ने फर्जी तरीके से करोड़ों रुपए के जीएसटी का गोलमाल किया गया है ।
इस मामले में आज पुलिस ने शाहनवाज राणा को भी नामजद कर दिया है,जिसकी रिपोर्ट अदालत में भेज दी गई है और सीजेएम कोर्ट ने इस मामले में शाहनवाज राणा की जमानत याचिका खारिज कर दी है।
कल जीएसटी मामले में जमानत मिलने के बाद भी शाहनवाज राणा की रिहाई अब अटक गई है, अब शाहनवाज राणा जिला जज की अदालत में याचिका दाखिल करेंगे, जिस पर ही कोई निर्णय होने के बाद उनकी रिहाई संभव हो सकेगी।