मुजफ्फरनगर। चरथावल के गांव बिरालसी में परिजनों को बंधक बनाकर तीन घरों में लूट की घटना का पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर खुलासा किया है। आरोपियों ने अपने परिवार की बेटी के ससुराल वालों को सबक सिखाने के लिए घटना की थी। वादी की पुत्रवधू के पारिवारिक चाचा सहित चार गिरफ्तार किए हैं। इनमें दो बाप-बेटे, दो सगे भाई हैं।
एसपी सिटी सत्य नारायण प्रजापत ने बताया कि 22 दिसंबर की रात में गाव बिरालसी में तीन घरों में लूट की घटना हुई थी। इस मामले में पुलिस ने बिरालसी के ही रहने वाले काला व उसके बेटे छोटू तथा उनके खानदानी दो सगे भाइयों रवि उर्फ रवीश व आकाश को गिरफ्तार किया है। उनसे आठ हजार नगद, एक चेन, मोबाइल व एक भाला बरामद किया गया।
उन्होंने बताया कि बिरालसी में बंगाली परिवार रहते हैं। वह काेल्हू पर काम करते हैं। इन परिवारों में से एक परिवार घरों की रखवाली (टिकाई) के लिए गांव में रहता है। इस बार राजसिंह यहां रह रहा है। घटना वाली रात में वह पड़ोसी गज्जू के घर अपनी पत्नी के साथ सो रहा था। रात में चार बदमाशों ने उन्हें बंधक बनाकर दोनों परिवारों के साथ ही सुशील के यहां से मोबाइल व नगदी लूटी थी। घटना को अंजाम देने में एक ही खानदान के चार सदस्यों को पकड़ा गया। मुकदमा राजसिंह ने दर्ज कराया था।
बताया कि राज सिंह के बेटे पारूल की शादी गिरफ्तार काला की खानदानी भतीजी हीर के साथ हुई थी। दोनों परिवारों में विवाद चल रहा है। आरोप है कि राजसिंह व काला की मां चांदनी में इसी बात को लेकर कई बार विवाद हो चुका था।
चांदनी ने विवाद होने की बात अपने बेटे काला को बताई थी। काला ने राज सिंह व उसके परिवार को सबक सिखाने के लिए अपने बेटे छोटू व खानदानी दो सगे भाइयों रवि उर्फ रविश तथा आकाश के साथ योजना बनाकर घटना की थी। आरोपी चाहते थे कि पारिवारिक विवाद में राजसिंह पैरवी न करे।
चांदनी ने भी अपने घर में लूटपाट की सूचना देकर पुलिस को गुमराह किया था। पीड़ितों ने पुलिस को बताया था कि बदमाशों ने उनसे चांदनी का घर भी पूछा था। पुलिस ने आरोपियों का चालान कर दिया। घटना में माल बरामदगी की धारा बढ़ाई गई।