मुजफ्फरनगर। मोहल्ला इस्लामनगर मुस्लिम बस्ती में वर्षों से बंद मंदिर को खुलवाने के लिए हिंदू संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता पहुंच गए और मंदिर खुलवाने की मांग करने लगे। पुलिस भी वहां पहुंच गई। मंदिर निजी भूमि में बना है। यह दो वर्ष से बंद बताया गया है। पुलिस ने मकान मालिक को बुलाया है।

मोहल्ला इस्लामनगर में बिजलीघर के पीछे आलोक गोयल की भूमि है। यह भूमि खतौली ग्रामीण क्षेत्र में है। करीब 40 वर्ष पूर्व भूमि मालिक परिवार ने मंदिर का निर्माण कराया था। जिसमें काली माता और शेरावाली माता की दीवार पर बनी मूर्ति बताई गई है। मंदिर काफी समय से बंद पड़ा था।

जिसके मुख्य द्वार में एक ताला लटका हुआ है। एक हवन कुंड भी बना है। मंदिर बंद होने की जानकारी हिंदू संगठनों से जुडे कार्यकर्ताओं को मिली तो बजरंग दल नगर अध्यक्ष चंद्रपाल राजपूत, विवेक रहेजा, अभिनव यदुवंशी, माधव ठकराल, विनोद राजपूत आदि कार्यकर्ता मंदिर पर पहुंच गए।

जानकारी मिलने पर पुलिस भी पहुंच गई। कार्यकर्ता मंदिर को खुलवाने की मांग करने लगे। पुलिस ने जमीन मालिक से बात की और उसे थाने आने के लिए कहते हुए मंदिर में किसी प्रकार की कोई छेड़छाड़ न करने को कहा। पुलिस ने कार्यकर्ताओं से जमीन मालिक के आने पर बैठकर बात करने के लिए कहा। जिस पर कार्यकर्ता चले गए। जमीन मालिक ने पुलिस को बताया कि मूर्ति दो वर्ष पूर्व खंडित हो गई थी। जिसे दूसरे मंदिर में स्थान दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता तथा भूमि मालिक को इस मामले में मंदिर में किसी प्रकार की छेड़छाड़ न करने की बात कही गई है। मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।