बागपत। फिल्मों में काम करने के शौक ने बागपत के अग्रवाल मंडी टटीरी कस्बे के दीपक को परिवार से जुदा कर दिया था। वह मुंबई जाने के बाद एक मुकदमे में छह साल जेल में भी बंद रहा। बागपत पुलिस से संपर्क होने के बाद दीपक को वापस लाया गया।

अग्रवाल मंडी टटीरी के रहने वाले ईश्वर सिंह का छोटा बेटा नवंबर 2008 में लापता हो गया था। इसके बाद उन्होंने पुलिस को जानकारी दी और रिश्तेदारियों में युवक को तलाश किया, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। बताया कि बीस दिसंबर को दीपक ने बागपत कोतवाली पुलिस का नंबर तलाशकर फोन किया और अपने परिवार वालों के बारे में जानकारी देकर खुद के मुंबई में फंसे होने की जानकारी दी।

इसके बाद पुलिस ने दीपक के परिजनों से संपर्क किया तो उनसे दीपक ने वापस आने के किराये के लिए दस हजार रुपये मंगवाए। दस हजार रुपये मिलने के बाद दीपक वापस आ गया। दीपक ने बताया कि वह फिल्मों में काम करने के लिए मुंबई चला गया था, लेकिन वहां काम नहीं मिला और एक व्यक्ति से झगड़ा होने पर मुकदमे में फंस गया।

इस कारण वह छह साल तक जेल में बंद रहा। जेल से बाहर आने के बाद एक युवती से प्रेम प्रसंग हो गया और उसने प्रेम विवाह कर लिया। कोतवाली पुलिस का कहना है कि दीपक को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। उधर 16 साल बाद दीपक के घर वापस लौटने से परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।