मुजफ्फरनगर।  मुजफ्फरनगर में नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के अलमासपुर गांव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां मृतक अशोक कुमार सैनी के परिवार ने करोड़ों की ज़मीन पर कब्जा करने के लिए फर्जी वसीयत तैयार करने और उनके पिता की हत्या के गंभीर आरोप लगाए हैं।

परिवार का आरोप है कि उनकी पैतृक संपत्ति को हथियाने के लिए 7 अक्टूबर 2022 को तहसील कर्मचारियों की मिलीभगत से एक फर्जी वसीयत तैयार की गई। इस वसीयत में बाहरी व्यक्ति अजय सैनी और भाई पुलकित सागर को ज़मीन का वारिस दिखाया गया है। परिजनों ने दावा किया कि इस फर्जी वसीयत के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई।

बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे पीड़ित परिवार का कहना है कि इस फर्जीवाड़े के पीछे भूमाफिया और तहसील अधिकारियों का हाथ है। उन्होंने आरोप लगाया कि गवाह के तौर पर ऐसे लोगों को शामिल किया गया, जिनका इस संपत्ति से कोई लेना-देना नहीं है।

परिवार ने इस गिरोह का सरगना बाबूराम कश्यप को बताया है, जो पहले भी जमीन कब्जाने के कई मामलों में शामिल रहा है। उनका कहना है कि यह गिरोह जिले में करोड़ों की संपत्ति पर कब्जा करने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करता है।

पीड़ित परिवार ने डीएम से अपील की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि उनके पिता की हत्या और फर्जी वसीयत के जरिए उनकी संपत्ति पर कब्जा करने के प्रयास से उनका परिवार बेहद परेशान है।

परिवार ने मांग की है कि उनकी जमीन पर कब्जा करने की साजिश रचने वाले भूमाफियाओं और अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही उन्होंने न्याय प्रक्रिया के तहत उनकी संपत्ति को संरक्षित करने का अनुरोध किया है।