मुजफ्फरनगर। सपा सांसद हरेंद्र मलिक का कहना है कि बजट छलावा और आंकड़ों का मकड़जाल है। किसानों को कर्जदार बनाने की तैयारी है। एमएसपी गारंटी कानून की बात नहीं की गई। युवाओं के रोजगार पर सरकार चुप है। बेरोजगारी भत्ते पर कोई प्रावधान नहीं किया गया। खेती पर खर्च बढ़ रहा है और सरकार किसानों को कर्जदार बना रही है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुबोध शर्मा का कहना है कि बजट से सिर्फ हताशा मिली है। किसी वर्ग के लिए राहत नहीं मिली। केसीसी की लिमिट बढ़ाने का ढिंढोरा पीटा जा रहा है, जबकि किसानों को फसलों का दाम मिलना चाहिए। किसानों का कर्ज माफ होना चाहिए।
कांग्रेस नेता राकेश पुंडीर का कहना है कि बजट किसान, मजदूर, व्यापारी एवं ग्रहणी महिलाओं के विरूद्ध है। प्रत्येक वर्ग के लिए बजट में घाटा है। प्रदेश में किसान की मुख्य फसल गन्ना है, लेकिन भाव पर सरकार बात ही नहीं करती।
भाकियू जिलाध्यक्ष नवीन राठी का कहना है कि बजट से किसानों को काफी उम्मीद थी, लेकिन किसान को निराशा हाथ लगी। किसानों को कर्जा देकर , उनकी जमीन नीलाम करने की तैयारी की जा रही है। बजट में कोई खास बात नहीं है।
बसपा जिलाध्यक्ष रविंद्र गौतम का कहना है कि बजट से प्रत्येक वर्ग निराश है। सरकार ने बजट में सिर्फ बातें की है, राहत देने जैसी कोई बात नहीं हुई। आंकड़े बाजी में ही बजट को अच्छा दिखाने का प्रयास किया जा रहा है।