मुजफ्फरनगर :  सपा के सांसद हरेंद्र मलिक ने मुजफ्फरनगर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बढ़ रहे कैंसर का मुद्दा लोकसभा में उठाया।

सपा सांसद ने लोकसभा में बोलते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर, बागपत, शामली आदि जनपदों में प्रदूषण का स्तर यह हो गया है कि जिसके कारण कैंसर रोग बहुत तेजी से बढ़ रहा है और पश्चिम उत्तर प्रदेश में कैंसर के इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने केंद्र सरकार से इस पर शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की है।

उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रदूषण के कारण कैंसर की चपेट में है। कैंसर के साथ हृदय रोग क्यों फैल रहा है, उसकी तहत तक जाने के लिए जांच होनी चाहिए। मुजफ्फरनगर जिले में कैंसर हास्पिटल खोला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर जिला जब से एनसीआर में शामिल हुआ, इसका कोई लाभ नहीं मिला, बल्कि अनेक पाबंदी लग गईं, जिले को एनसीआर से बाहर किया जाना चाहिए या फिर प्रतिबंध हटाए जाने चाहिएं। रैपिड रेल को मेरठ से मुजफ्फरनगर के साथ ही सहारनपुर और बिजनौर तक भी चलाया जाए। वहीं, दिल्ली-देहरादून एनएच-58 पर मुजफ्फरनगर के जड़ौदा,मुजफ्फरनगर में सरकारी चकरोड पर चला प्रशासन का बुलडोजर, अवैध कब्जा हटाकर बनाया गया रास्ता संधावली, वहलना में ओवरब्रिज बनवाए जाएं। करनाल से बिजनौर तक वाया शामली व मुजफ्फरनगर तक और मेरठ-पानीपत नई रेल लाइन बिछाई जाए।

सपा सांसद ने लोकसभा में केंद्रीय बजट पर बोलते हुए मुजफ्फरनगर जिले के भाजपा नेताओं पर भी तीखे प्रहार किये । उन्होंने कहा कि सरकार के लोग ही जिले में 27 रुपये क्विंटल की राख से फर्जी खाद बनाकर इफको, कृभको और आइपीएल को पोटाश के नाम पर सप्लाई कर रहे हैं। पांच एकड़ जमीन वाला व्यक्ति पांच हजार करोड़ का मालिक बन गया है, कारखानों पर कुछ लोग कब्जा जमा रहे हैं, इन सब पर जांच होनी चाहिए।

सांसद ने कहा कि केंद्रीय बजट देश की जनता के साथ बड़ा खिलवाड़ है, भाजपा धोखा देकर सत्ता में आई और लाठी लेकर सत्ता में बैठी है। आम आदमी के हित की बात कहीं नहीं है। कृषि यंत्रों से जीएसटी हटाने की उम्मीद थी, कीटनाशक और ऊर्वरक पर सब्सिडी बढ़नी चाहिए थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि एमएसपी को लेकर किसान आंदोलनरत है, लेकिन सरकार को इनकी कोई चिंता नहीं है। आंदोलन करने वाले पुलिसकर्मियों और अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।