बागपत। हत्या के मुकदमे में जेल में बंद ककड़ीपुर गांव के बंदी दिनेश की दिल्ली के अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई, जो कई माह से बीमार चल रहा था। इसका पता चलने पर परिवार वाले शव लेकर गांव चले गए।
मलकपुर गांव के रहने वाले राजमिस्त्री रोहित की हत्या कर पूर्वी यमुना नहर के किनारे उसका शव दबा दिया गया था। इसका खुलासा करते हुए पुलिस ने ककड़ीपुर गांव के दिनेश और राजीव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जेल में बंद दिनेश की किडनी और लीवर खराब होने के कारण उसका उपचार चल रहा था। आठ फरवरी को मेरठ के मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया, वहां से किडनी और लीवर बदलने के लिए दिल्ली के अस्पताल में भेज दिया गया। वहां पर उपचार के दौरान मंगलवार रात बंदी दिनेश की मौत हो गई। जिला जेल के जेलर राजेश कुमार राय ने बताया कि किडनी और लीवर खराब होने पर उपचार के दौरान बंदी की मौत हो गई।
जेल में एक सप्ताह के अंदर तीन बंदियों की मौत हो चुकी है। इनमें कस्बे की लाइनपार बस्ती निवासी महबूब, कस्बे के मोहल्ला रामपुर निवासी गुड्डू उर्फ विकास और ककड़ीपुर के बंदी दिनेश की मौत हो चुकी है। मौत का सिलसिला जेल प्रशासन का सिर दर्द बन गया है। जेल में बंदियों की मौत का सिलसिला जारी होने के चलते जेल प्रशासन ने अब जेल में सुंदरकांड का पाठ कराने का निर्णय लिया है। जेलर राजेश कुमार राय ने बताया कि जेल में सुंदरकांड का पाठ कराकर भगवान से सुख शांति की कामना की जाएगी।