मुजफ्फरनगर। प्रदूषण रोकने के लिए परिवहन विभाग ने डीजल से दौड़ रहे ऑटों की फिटनेस का कार्य रोक दिया है। शहर में 1020 ऑटो पंजीकृत हैं। फिटनेस रोक दिए जाने से सैकड़ों ऑटो खड़े कर दिए गए हैं, जबकि ऐसे भी हैं जो नियमों के विरुद्ध दौड़ रहे हैं। परिवहन विभाग का कहना है कि एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुपालन में फिटनेस का कार्य रोका गया है। इससे शहर में प्रदूषण रोकने में सबसे अधिक कामयाबी मिलेगी। डीजल के नए ऑटो का पंजीकरण भी फिलहाल नहीं किया जा रहा है।
सहायक परिवहन कार्यालय में 10 साल पुराने 341 रजिस्टर्ड है। इनकी फिटनेस नहीं की जाएगी। परिवहन कार्यालय से इन्हें सिर्फ एनओसी दी जा सकती है। एआरटीओ विनीत मिश्रा का कहना है कि एनजीटी के आदेशों का पालन कराया जाएगा। इससे प्रदूषण नियंत्रण भी होगा।
परिवहन कार्यालय में केवल सीएनजी के ऑटो पंजीकृत किए जा रहे हैं। यहां अब तक 100 ऑटो का पंजीकरण हो चुका है। प्रदूषण रोकने के लिए सीएनजी के अधिक से अधिक ऑटो पंजीकृत कराने की पहल की जा रही है।
शहर के शामली बस अड्डे से महावीर चौक और कूकड़ा तक ऑटो का मुख्य मार्ग है। इसके अलावा मीनाक्षी चौक से मंसूरपुर तक, भोपा अड्डे से देहात क्षेत्र के विभिन्न मार्गों, शामली अड्डे से चरथावल मार्ग, शाहपुर तक ऑटो चलते हैं। थाना सिविल लाइन से पचेंड़ा कलां और दतियाना तक ऑटो चलते हैं। भोपा क्षेत्र में मोरना से सिताबपुर ऑटो का मुख्य मार्ग है। सहारनपुर अड्डे से रोहाना कलां और छपार तक भी ऑटो दौड़ते हुए देखे जा सकते हैं।