मुजफ्फरनगर। जनपद के पुरकाजी थाना क्षेत्र के फलौदा गांव में साधु की मौत को लेकर घंटों हंगामा रहा। गांव के आस्तिक देवता के मंदिर में पिछले 25 वर्षों से 85 वर्षीय बलकारी राम पुजारी के रूप में रहता था।

शनिवार सुबह आठ बजे के लगभग जब साधु गांव में भिक्षा के लिए गया था, तो गांव में एक व्यक्ति के गेट के बाहर उसकी हालत खराब हो गई। चिकित्सक ने मौके पर पहुंच मौत की पुष्टि की। सूचना पर पुरकाजी पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम कराने को कार्यवाही शुरू की। जिस पर ग्रामीणों ने साधु के शव का पोस्टमार्टम कराने पर ऐतराज जताया। घंटों हंगामा रहा।

बाद में गांव प्रधान समेत ग्रामीणों ने पुलिस को हदय गति रूकने से मौत की बात कहकर कोई कानूनी कार्यवाही कराने से इंकार कर दिया। पुलिस ने शव का पंचायतनामा भर मृतक का शव ग्रामीणों के हवाले कर दिया। जिसके बाद ग्रामीणों ने एकत्र होकर साधु के शव को भूसमाधि दी गई।

बताया गया कि मृतक तितावी थाना क्षेत्र के अलीपुर गांव का रहने वाला था। लेकिन उसके परिवार में कोई नही है। जिस कारण फलौदा के ग्रामीणों ने उसके शव का अंतिम संस्कार किया। कोतवाल अशोक सोलंकी ने बताया कि ग्रामीणों ने स्वाभाविक मौत बताकर पोस्टमार्टम का विरोध किया। जिसके बाद पंचनामा भर शव को ग्रामीणों के हवाले कर दिया गया।