आज के समय में जींस फैशन का एक ऐसा हिस्सा बन चुकी है, जिसे कोई और ड्रेस रिप्लेस नहीं कर सकती. हर किसी के वार्डरोब में जींस ने अपनी जगह बना ली है. चाहे मर्द हो या औरत, जींस से ज्यादा कंफर्टेबल कोई ड्रेस अभी के डेट में शायद ही होगी. हालांकि, कई महिलाओं को इस बात की शिकायर रहती है कि उनके जींस की पॉकेट मर्दों के जींस से छोटी होती है. इस वजह से वो अपनी पॉकेट में ज्यादा चीजें नहीं रख पाती. लेकिन ऐसा क्यों है, इसकी वजह कम ही लोगों को पता है.
अब करीब 10 साल से फैशन इंडस्ट्री का हिस्सा रही फैशन डिजाइनर एमिली केलर ने इस बात का खुलासा कर दिया है. एमिली ने बताया कि आखिर क्यों महिलाओं की जींस के पॉकेट छोटे होते हैं? साल 2021 में जहां ब्रा के सामने बने बो से लेकर जींस के पॉकेट्स के स्टड का कारण बताया गया, वहीं अब 2022 में इस पॉकेट का लॉजिक जान लीजिये. जहां मर्दों की जींस के पॉकेट में मोबाइल से लेकर पर्स और चाभी का गुच्छा आ जाता है, वहीं महिलाओं के पॉकेट में ठीक से एक फोन नहीं समा पाता. लेकिन अब इस नाइंसाफी का असली कारण पता चल गया है.
सोशल मीडिया साइट कोरा पर एमिली ने बताया कि महिलाओं की जींस में छोटी पॉकेट होने की तीन वजहें हो सकती हैं. सबसे पहला कारण हो सकता है कॉस्ट कटिंग. पॉकेट के कपड़े को बचाने में कंपनियों को काफी प्रॉफिट होता है. इस वजह से कंपनियां महिलाओं के जींस में पॉकेट नहीं बनाती.
एमिली ने इसकी दूसरी वजह फैशन ट्रेंड को बताया. फैशन एक्सपर्ट ने बताया कि चूंकि आजकल महिलाओं की जींस बॉडी फिट होती है इसलिए अगर पॉकेट्स बनाई जाए, तो इसकी लेयर क्लेयर दिखेगी. इस वजह से महिलाओं के जींस में पॉकेट नहीं दी जाती. तीसरी और आखिरी वजह में एमिली ने बताया कि अगर महिलाओं के जींस में पॉकेट डाला जाए, तो वहां का एरिया स्ट्रेच हो जाएगा. इस वजह से भी पॉकेट की जगह छोटी रखी जाती है. हालांकि, एमिली ने आखिर में ये भी क्लियर कर दिया कि इसमें से कॉस्ट कटिंग सबसे बड़ा कारण है. बाकी सारे एक्सक्यूज हैं.