नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर रैली निकाल रहे किसान लाल किले तक पहुंच गए हैं। इस दौरान विभिन्न स्थानों पर किसानों तथा पुलिस के बीच टकराव देखने को मिला। बवाल को देखते हुए दिल्ली के 15 मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए हैं।

कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर रैली निकाल रहे किसान लाल किला पहुंच गए हैं। केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ पिछले दो महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसान आज ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं। उन्होंने कई जगहों पर पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ दिया और दिल्ली के अंदर दाखिल हो गए। इस दौरान कुछ जगहों पर पुलिस और किसानों के बीच भिड़ंत भी हुई। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया। वहीं बवाल के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो ने एहतियातन आईटीओ सहित 15 स्टेशनों को बंद कर दिया है।

रैली की वजह से आईटीओ, दिल्ली गेट, समयपुर बादली, रोहिणी सेक्टर 18/19, हैदरपुर बादली मोड़, जहांगीर पुरी, आदर्श नगर, आजादपुर, मॉडल टाउन, जीटीबी नगर, विश्व विद्यालय, विधानसभा, सिविल लाइंस, इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन और ग्रीन लाइन के सभी स्टेशन पर प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। यह जानकारी दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने दी है। प्रदर्शनकारी किसानों ने राष्ट्रीय राजधानी के आईटीओ क्षेत्र में एक डीटीसी बस में तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारी किसानों ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय के सामने पुलिस बैरिकेड तोड़ दी। बॉर्डर पर किसानों की ट्रैक्टर यात्रा को रोकने के लिए तैनात पुलिसकर्मियों ने कहा उन्हें किसी भी तरह की कार्रवाई करने के आदेश नहीं है। किसानों को रोकने के दौरान पुलिसकर्मियों को चुप रहने के आदेश दिए हैं। हमको कुछ नहीं करना है। रैली निकाल रहे किसानों का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने तय रूट पर भी बैरिकेड्स लगाए थे। इसी वजह से उन्होंने बैरिकेड्स हटाए। गणतंत्र दिवस की परेड खत्म होने के बाद पुलिस ने सभी जगहों से बैरिकेड्स को हटा दिया है। अब किसानों को तय रूट पर रैली निकालने की अनुमति मिल गई है।