मुजफ्फरनगर. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दौरे पर पहुंचे केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज मुजफ्फरनगर में जिले के सभी छह प्रत्याशियों के लिये चुनाव जीतने की रणनीति बनाई और कार्यकर्ताओं को जीत दिलाने का टास्क सौंपा। उन्होंने प्रभावी मतदाता संवाद कार्यक्रम में मुजफ्फरनगर दंगों को लेकर अपना फोकस रखा और एक बार फिर ध्रुवीकरण के प्रयास शुरू कर दिये हैं, ताकि चुनाव में जीत हासिल हो सके। अमित शाह ने नगर में रोड शो भी निकाला, लेकिन भीड अधिक होने के कारण उन्हें शिवचौक से ही वापस लौटना पडा। इस दौरान अफरा-तफरी का माहौल रहा, जिसमें शहर सीट से प्रत्याशी कपिल देव भी लड खडाकर गिर पडे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुजफ्फरनगर की पुलिस लाईन में हेलीकाप्टर से पहुंचने के बाद भोपा रोड पर वृंदावन बैंकट हाल में प्रभावी मतदाता संवाद कार्यक्रम में पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से संवाद किया। अमित शाह ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और किसान मसीहा चौधरी महेंद्र सिंह को याद करते हुए अपनी बात शुरू की। उन्होंने कहा कि मैंने यहां 2013 में हुए दंगों की वेदना को जाना था। आरोप लगाने वाले पीडि़त बन गए और पीडि़त आरोपी बन गए। मैं आज भी दंगो की पीड़ा नहीं भूला हूं। वर्ष 2014, 2017, 2019 में आपने हमें जिताया, जिस कारण कुछ बडे काम करने का सौभाग्य मिला। आगे भी इसी तरह से सेवा करने की कोशिश है। यूपी से हमने वादा किया था कि हम यूपी को माफियाओं से मुक्त करेंगे। सभी को सलामत बनाएंगे। माता-बहनों से छेड़खानी नहीं होगी। योगी आदित्यनाथ ने पूरे यूपी से चुन-चुनकर माफियाओं को साफ किया। श्री शाह ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव आते थे, तो गुंडे-माफियाओं की बात करते थे।

मायावती आती थी, तो जाति की बात करती थी, अखिलेश यादव को लाज भी नहीं आती। अमित शाह ने अखिलेश यादव को ललकारा कि मैं आंकड़े लेकर आया हूं। अखिलेश यादव कहते हैं कि यूपी में कानून व्यवस्था खराब है। मैं कहता हूं कि योगी सरकार में पुरानी सरकार से 70 फीसदी अपराध कम हुए हैं। अमित शाह ने कबीर दास का दोहा याद करते हुए कहा कि सपा-बसपा के साथ वोट गया, तो फिर से माफियाओं का राज होगा। भाजपा के साथ गया, तो यूपी नंबर एक राज्य बनेगा। मुजफ्फरनगर के दंगों में वोट बैंक को ध्यान में रखकर पुलिस ने कार्रवाई की। हजारों फर्जी केस दर्ज किए गए। मैं तो डा. संजीव बालियान के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं को बधाई देता हूं कि उन्होंने लड़ाई लड़ी। मैं आज भी पश्चिमी यूपी की जनता से पूछना चाहता हूं कि क्या आप दंगे भूल गए? जवाब मिला नहीं।

अमित शाह ने कहा कि हमारी सरकार में दंगा करने वाले जेल की सलाखों के पीछे पहुंचे और हमने यहां कानून का राज स्थापित किया है। बीते दिवस मैंने अखिलेश यादव और जयंत चौधरी की प्रेस कांफ्रेंस देखी। कहते हैं हम साथ-साथ है। पर भैया कब तक साथ हैं। यदि सरकार बन गई तो जयंत भाई बैठ जाएंगे और आजम खान आ जाएंगे। टिकटों के बंटवारे से ही साफ हो गया है कि आगे क्या होने वाला है। सब लोग सब कुछ समझते हैं। काउंटिंग के बाद यदि आपकी सरकार हुई तो क्या होने वाला है। अमित शाह ने कहा कि पाकिस्तान के हमलों का हमने करारा जवाब दिया, 10 दिन के अंदर ही सर्जिकल स्ट्राइक की। पाकिस्तान के घर में घुसकर मारा। श्री शाह ने पूछा कि यूपी को सपा, बसपा और कांग्रेस सुरक्षित रख सकती है क्या? आज तक राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर कुछ नहीं हुआ, हमने अलीगढ़ विश्वविद्यालय उनके नाम पर किया। मोदीजी खुद वहां गए। चौधरी चरण सिंह और महेंद्र सिंह के नाम पर सड़कों के नामकरण किए। कांग्रेस को तो सरदार पटेल से भी दिक्कत है। मोदी ने ही उनकी आसमान छूती स्टैच्यू बनवाई। ये सब परिवारवादी पार्टियां इनका सम्मान नहीं कर सकते।

उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव आपकी और बसपा की 110 साल सरकार रही, आपने किसानों के लिए क्या किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2.53 करोड़ किसानों को 37 हजार करोड़ रुपए दिया। हमने 36 हजार करोड़ का किसानों का लोन माफ किया और यूपी में 42 चीनी मिलें थें, 21 बंद कराई। बुआ-भतीजे ने बंद कराई। हमारे समय में चीनी मिलें बंद नहीं हुईं। किसानों का 1 लाख 48 हजार करोड़ रुपए का भुगतान किया। हमने तय किया है कि गन्ना किसानों के भुगतान में दिक्कत हुई तो मिलों से ही हर्जाना लेंगे।

इस अवसर पर केंद्र सरकार में मंत्री डा. संजीव बालियान, पंचायती राजमंत्री भूपेन्द्र सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल, नगरपालिका चेयरमैन अंजू अग्रवाल, भाजपा प्रत्याशी कपिल देव अग्रवाल, जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला, जिला प्रभारी सतेन्द्र सिसोदिया,पूर्व विधायक अशोक कंसल समेत सभी प्रत्याशी व भारतीय जनता पार्टी के नेता व कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इसके बाद अमित शाह ने नगर में रोड शो व जनसम्पर्क मार्च निकाला। उनका काफिला शिव चौक पर पहुंचा, जहां पर भारी भीड ने उनका स्वागत किया। अमित शाह ने शिव चौक पर माथा टेका और भगवान आशुतोष से जीत का आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके पश्चात अमित शाह ने भगत सिंह रोड पर लोगों से संवाद स्थापित करने का प्रयास किया, लेकिन भीड अधिक होने के कारण वह गुदडी बाजार वाले मोड से आगे नहीं बढ सके और दाल मंडी में डोर-टू-डोर संपर्क नहीं किया जा सका। अमित शाह गुदडी बाजार मोड से ही वापस लौट गये और मेरठ रोड पर उद्यमी सतीश गोयल के आवास पर भोजन के लिये चले गये, जहां से वह देवबंद के लिये रवाना हो गये। इस दौरान शिव चौक व भगत सिंह रोड के साथ-साथ पूरी दाल मंडी को भी तोरण द्वार बनाकर गुब्बारों से सजाया गया था। दाल मंडी में केन्द्रीय गृहमंत्री के न जाने से कुछ लोगों ने नाराजगी भी जताई। गृहमंत्री अमित शाह को देवबंद के लिये रवाना करने के बाद राज्यमंत्री व शहर सीट से प्रत्याशी कपिल देव अग्रवाल दाल मंडी पहुंचे और लोगों से मुलाकात कर उनकी नाराजगी दूर की। इस दौरान उनके साथ सुरेन्द्र अग्रवाल, श्रीमोहन तायल, राहुल गोयल, सचिन सिंघल, विपुल भटनागर, विशाल, संजय सक्सेना, रोहित तायल, विवेक राज चुग्घ समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मुजफ्फरनगर आगमन पर इण्डियन इण्डस्ट्रीज़ एसोसिएशन मुजफ्फरनगर चैप्टर के चेयरमैन विपुल भटनागर द्वारा एक ज्ञापन उद्योगों की प्रगति एवं सुगम संचालन हेतु आठ बिंदु का सुझाव पत्र सौंपा व उत्तर प्रदेश में उद्योगों को अनुकूल माहौल भय मुक्त वातावरण के लिए आभार व्यक्त किया। मुख्य मांगों में स्नातक की तरह विधान परिषद में सूक्ष्म व लघुउद्योगों का प्रतिनिधित्व, लीज होल्ड भूमि को फ्री होल्ड करना, सोलर को प्रमोट करने के लिए नेट मीटरिंग, विकास प्राधिकरण द्वारा उद्योगों को सिर्फ़ निर्माणाधीन भवन पर ही विकास शुल्क लिया जाए व सरल कानूनी प्रक्रिया हो, जिस से किसी भी कानूनी विवाद के लिए व्यक्ति लम्बी प्रक्रिया के कारण उदासीन ना हो आदि समस्याओं से अवगत कराया।