मुजफ्फरनगर. पालिका में विवादों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब नगर पालिका चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल और नगर स्वास्थ्य अधिकारी आमने-सामने आ गए हैं। चेयरपर्सन ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी पर अपने पद के अनुरूप काम नहीं करने और समीक्षा बैठक से बिना बताए अनुपस्थित होने का आरोप लगाया। सीएमओ को पत्र लिखकर नगर स्वास्थ्य अधिकारी के निलंबन की संस्तुति की है।

चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बिजेंद्र सिंह पर कार्यों की अनदेखी, निरंकुश कार्यशैली और अनुशासनहीनता का आरोप लगाया है। सीएमओ को भेजे पत्र में नगर स्वास्थ्य अधिकारी पर उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने, नगर को कूडे़ के ढेरों में तब्दील करने का आरोप लगाया है। आशंका जताई है कि कानून व्यवस्था की स्थिति भी बिगड़ सकती है। चेयरपर्सन ने पत्र में लिखा है कि पालिका के कार्यों से पदमुक्त करते हुए नगर स्वास्थ्य अधिकारी के विरुद्ध विभागीय अनुशासनात्मक कार्यवाही कर सेवा से निलंबित किये जाने की संस्तुति की जाती है।

पत्र में चेयरपर्सन ने यह आरोप भी लगाया कि सफाई कार्यों की समीक्षा बैठक में नगर स्वास्थ्य अधिकारी कुछ देर बाद ही बैठक छोड़कर चले गए। नगर स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा अनुशासनहीनता की जा रही है। शहर के 50 वार्ड में से आज तक एक भी वार्ड का निरीक्षण नहीं किया है।

इन अफसरों को भेजी प्रतिलिपि

चेयरपर्सन ने सीएमओ को भेजे गए पत्र की प्रतिलिपि प्रमुख सचिव स्वास्थ्य सेवाएं एवं परिवार कल्याण विभाग, मंडलायुक्त सहारनपुर, जिलाधिकारी, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं, एडीएम प्रशासन और ईओ को भेजी है।

भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई से नाराज

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बिजेंद्र सिंह का कहना है कि नगर पालिका के स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आए हैं, जिनमें उन्होंने कार्रवाई की है। चेयरपर्सन इससे नाराज हैं। इन्हें निलंबन की संस्तुति का कोई अधिकार नहीं है। वह अपना काम नियमित रूप से कर रहे हैं।

– नगर स्वास्थ्य अधिकारी का नगर की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं है। शहर में संक्रामक रोग फैलने का खतरा है। इसी वजह से सीएमओ को पत्र लिखा गया है। – अंजू अग्रवाल, पालिका चेयरपर्सन, मुजफ्फरनगर