पुरकाजी। क्षेत्र के एक ग्रामीण ने अपनी पत्नी के प्रसव के दौरान प्राइवेट अस्पताल संचालक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराकर आरोपी अस्पताल संचालक के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की थी। स्वास्थ्य विभाग ने नर्सिंग होम पर सील लगाकर संचालक को नोटिस जारी किया गया है।

क्षेत्र के गांव तुगलकपुर निवासी सुंदर 14 जनवरी को अपनी पत्नी कौशल्या देवी को प्रसव हेतू कस्बे में हाइवे पर बने एक प्राईवेट अस्पताल में लाया था। जहां पर कौशल्या ने बेटी को जन्म दिया था। तीन दिन बाद अस्पताल संचालक ने जच्चा बच्चा की छुट्टी कर उन्हें घर भेज दिया था। उसके बाद महिला की हालत खराब हो जाने पर उसके परिजन उसे गंभीर हालत में मुजफ्फरनगर के एक प्राइवेट अस्पताल में ले गए थे। 28 जनवरी को महिला की मौत हो गई थी। 30 जनवरी को महिला के पति ने पुरकाजी थाने पर तहरीर देकर पुरकाजी के प्राइवेट अस्पताल संचालक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी। पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं करने पर महिला के पति ने 24 फरवरी को मामले की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल सहित डीएम व एसएसपी और सीएमओ से कर आरोपी अस्पताल संचालक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी।

मुख्यमंत्री पोर्टल से मिले निर्देशों व सीएमओ के आदेश पर सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा अस्पताल पर जाकर मामले की जांच की गई। जांच में अस्पताल संचालक द्वारा कोई कागजात नहीं दिखाने पर टीम ने अस्पताल को सील कर दिया। टीम इंचार्ज प्रभारी चिकित्सक डॉ अरुण कर्णवाल ने बताया कि जांच के दौरान ऑपरेशन करने संबंधी कागजात मांगे गए। जो अस्पताल संचालक नहीं दिखा पाया। जिस पर अस्पताल पर सील लगाकर अस्पताल संचालक को कागजात दिखाने का नोटिस जारी किया गया है।