यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए मुफ्त राशन योजना गेमचेंजर साबित हुई है। कोरोना काल में यह योजना शुरू की गई थी। 2020 में आई कोरोना की लहर के चलते लगे लॉकडाउन में केंद्र व प्रदेश की बीजेपी सरकार ने गरीबों को मुफ्त में राशन देने की योजना शुरू की थी। इस योजना की गूंज चुनाव में खूब देखी गई। यही योजना योगी के लिए गेम चेंजर भी मानी जा रही है। शासन ने इस योजना का लाभ मार्च तक देने का फैसला किया था। मार्च माह में यह योजना खत्म होने जा रही है।

रविवार को कार्यवाहक जिला पूर्ति अधिकारी कमलेश कुमार ने बताया कि इस योजना के तहत जनपद में लगभग 5 लाख 10 हजार कार्ड धारकों को सीधा लाभ मिला है। यह योजना मार्च तक के लिए शुरू की गई थी। उन्होंने बताया कि फरवरी में राशन बांटने में कुछ देरी हो गई है। इस लिए 15 अपैल तक के इस योजना के तहत राशन का वितरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्ति विभाग को अब नए आदेश का इंतजार है। हर माह योजना के तहत गरीबों को पांच किलो राशन प्रति यूनिट के साथ ही मुफ्त में रिफाइंड तेल, नमक व चने दिए जाते है।

इन राशन कार्डों में अंत्योदय कार्ड के लाखों लोग भी जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया, यह योजना मार्च माह तक के लिए ही शुरू की थी। फिलहाल इसे आगे बढ़ाने से संबंधित कोई आदेश नहीं मिला है। अगले आदेश का इंतजार किया जा रहा है। बता दे कि पहली लहर के खत्म होने के साथ ही इस योजना पर ब्रेक लगा था, लेकिन दूसरी लहर आने के बाद इस योजना मई 2021 में फिर से शुरू किया गया था। सरकार ने इस योजना को 2021 में आई दिवाली के मौके पर होली तक के लिए बढ़ा दिया था। इस योजना को आगे बढ़ाने के पीछे यूपी विधानसभा चुनाव मानी जा रही थी।