मुजफ्फरनगर में राष्ट्रीय किसान मोर्चा के अध्यक्ष जगबीर सिंह हत्याकांड में सीबीसीआईडी ने अदालत की सख्ती के बाद आखिरकार 19 साल बाद तमंचे की फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट पेश कर दी है। भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-11 शाकिर अली की अदालत में हाजिर हुए। अगली सुनवाई 15 अप्रैल को होगी।
किसान नेता जगबीर सिंह की छह सितंबर, 2003 को भौराकलां थाना क्षेत्र के अलावलपुर माजरा गांव में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पूर्व मंत्री योगराज सिंह ने माजरा के राजीव उर्फ बिट्टू, प्रवीण और चौधरी नरेश टिकैत को नामजद कराया था। राजीव और प्रवीण की मौत हो चुकी है।
प्रकरण की सुनवाई एडीजे-11 शाकिर अली की कोर्ट में चल रही है। पत्रावलियों से तमंचे की फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट गायब चल रही थी। बार-बार पत्र भेजे जाने के बावजूद रिपोर्ट दाखिल नहीं की गई। तीन मार्च को अदालत ने सीबीसीआईडी को 15 दिन का रिपोर्ट दाखिल करने के लिए दिया था।
कोर्ट की सख्ती के बाद सोमवार को सीबीसीआईडी की पैरोकार दिनेश कुमारी ने जांच रिपोर्ट दाखिल कर दी। भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत भी कोर्ट में पेश हुए। एडीजीसी नीरज कांत मलिक ने बताया कि सीबीसीआईडी ने जांच रिपोर्ट पेश कर दी है, अगली सुनवाई 15 अप्रैल को होगी।
अदालत में सोमवार को सीबीसीआईडी और अन्य पुलिसकर्मियों की गवाही होनी थी, लेकिन पुलिस अधिकारी नहीं पहुंचे। इसी वजह से गवाही की प्रक्रिया नहीं हो सकी।
भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि उन्हें अदालत के इंसाफ पर पूरा भरोसा है। अदालत की प्रक्रिया चल रही है।