मुजफ्फरनगर। पिछले साल नवंबर में टीईटी पेपर लीक होने के मामले में अरविंद राणा व उसके साथी राहुल को गिरफ्तार करने के लिए एसटीएफ टीम को दो दिन तक भारी मशक्कत करनी पड़ी। टीम के सदस्य वेश बदलकर गांव के जंगल में डेरा डाले हुए थे।

टीईटी पेपर लीक होने के मामले की जांच एसटीएफ कर रही थी। एसटीएफ को इस मामले में शामली के ऊन क्षेत्र निवासी अरविंद राणा व बुढ़ाना के गांव बिटावदा निवासी राहुल की तलाश थी। सूत्र बताते हैं कि तीन दिन पहले टीम को पता चला कि उक्त दोनों आरोपी व्यक्ति बिटावदा में मौजूद हैं। इसके बाद एसटीएफ के सदस्यों ने भेष बदलकर दोनों की गांव में तलाश शुरू की। उनका कोई सुराग नहीं लगा लेकिन, टीम नहीं लौटी और गांव में ही इधर-उधर मौजूद रही। शुक्रवार रात में टीम ने दोनों को अंधेरे में जाते हुए दबोच लिया। एसटीएफ टीम दोनों को पकड़कर शामली पुलिस अधिकारियों के पास लेकर पहुंची थी।

बीते साल नवंबर माह में टीईटी की परीक्षा होने से पहले ही पेपर लीक हो गया था। जिस कारण परीक्षा को रद्द कर दिया था। इस मामले में शामली शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ था। तभी से एसटीएफ आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पीछे लगी थी। उधर, जैसे ही 30 मार्च को इंटर अंग्रेजी परीक्षा का पेपर लीक हुआ तो एसटीएफ सतर्क हो गई। इस मामले में भी अरविंद व उसके साथियों का हाथ होने की आशंका के चलते एसटीएफ ने बिटावदा क्षेत्र में निगाह गड़ाई थी।

दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए टीम को कड़ी मेहनत करनी पड़ी-ब्रिजेश सिंह, एएसपी, एसटीएफ
यह कार्रवाई एसटीएफ ने की है। मामला शामली में दर्ज मुकदमे से जुड़ा है-अभिषेक यादव, एसएसपी