मुजफ्फरनगर। स्वच्छता सर्वेक्षण के कार्य में लापरवाही करने पर पालिका के नौ अधिकारियों और दस लिपिकों का वेतन रोक दिया गया है। इन सभी के मार्च माह के वेतन पर रोक लगा दी गई है।

ईओ हेमराज ने बताया कि नगर पालिका के स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम में शहर के 19 हजार लोगों की फीडबैक लेनी थी। शासन का कार्य को पूरा कराने के लिए लगातार दबाव है। इसी के चलते इस कार्य के लिए नौ अधिकारियों सहित 22 लोगों की ड्यूटी इसमें लगाई गई थी। 31 मार्च तक समस्त कार्य पूरा किया जाना था। अफसरों और कर्मचारियों ने इतनी लापरवाही दिखाई कि केवल दो हजार लोगों का फीड बैक ही लिया जा सका। इस पर शासन और कमिश्नर अत्यधिक नाराज है। कई बार नोटिस दिए जाने के बाद भी ड्यूटी पर लगाए गए लोगों ने अपना कार्य नहीं किया। कार्य में घोर लापरवाही को देखते हुए इन सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का मार्च माह का वेतन रोक दिया गया है।

इन लोगों का रोका गया वेतन
सहायक अभियंता जल सुनील कुमार, अवर अभियंता जलकल धर्मवीर सिंह, सहायक अभियंता निर्माण अखंड प्रताप सिंह, अवर अभियंता निर्माण कपिल कुमार, मुकेशचंद, कर अधीक्षक आरडी पोरवाल, राजस्व निरीक्षक अमरजीत सिंह, विजय कुमार, अमित कुमार, लिपिक मनोज कुमार पाल, अशोक पाल, शोभित कुमार, दुष्यंत कुमार, नितिन कुमार, विवेक कुमार, मोहन कुमार, गगन महेंद्रा, बीसी संजीव सिंघल, दीपक शर्मा, सतेंद्र कुमार, मनीष कुमार, अमित गोस्वामी शामिल हैं।