नई दिल्ली. आईपीएल 2022 में शुक्रवार को पंजाब किंग्स और गुजरात टाइंटस के बीच टक्कर हुई, जिसमें बाजी गुजरात ने मारी. गुजरात की जीत के हीरो राहुल तेवतिया रहे. उन्होंने आखिरी 2 गेंदों पर 2 छ्क्के टीम को रोमांचक जीत दिलाई. इस मैच में गुजरात की तरफ से 20 साल के बल्लेबाज साई सुदर्शन ने भी अपना आईपीएल डेब्यू किया था. साई ने 30 गेंद में 35 रन की अहम पारी खेली. लेकिन मैच के दौरान उन्हें अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा. इसकी वजह से उन्हें बीच ओवर में ही मैदान से बाहर जाना पड़ा. यह वाकया गुजरात की पारी का 8वां ओवर खत्म होने के बाद हुआ.
शुभमन गिल के साथ बल्लेबाजी कर रहे साई सुदर्शन अचानक मैदान से बाहर चले गए. इस वजह से थोड़ी देर के लिए खेल रोकना भी पड़ा. बाद में पता चला कि वो टॉयलेट ब्रेक के कारण मैदान से बाहर गए थे. हालांकि, एक ओवर बाद ही स्ट्रेटजिक टाइम आउट भी लिया गया.
साई सुदर्शन को पंजाब किंग्स के खिलाफ मुकाबले में चोटिल विजय शंकर के स्थान पर गुजरात टाइंट्स की तरफ से डेब्यू का मौका मिला था. उन्होंने डेब्यू मुकाबले में ही 30 गेंद में चार चौके और 1 छक्के की मदद से 35 रन की पारी खेली. इस दौरान उन्होंने दूसरे विकेट के लिए शुभमन गिल के साथ 101 रन की साझेदारी भी की. उनकी इस पारी की मदद से गुजरात ने 190 रन के लक्ष्य को आखिरी ओवर में हासिल कर लिया.
इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने तमिलनाडु प्रीमियर लीग के पिछले सीजन में धमाकेदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने 8 पारियों में 143 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से 358 रन ठोके थे और वो लीग में दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे. इसी के दम पर उन्हें सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी और विजय हजारे टूर्नामेंट के लिए तमिलनाडु की टीम में जगह मिली.
साई का परिवार खेलों से जुड़ा
साई का परिवार खेलों से जुड़ा है. उनके पिता एथलीट रहे हैं और साउथ एशियन गेम्स में भारत की नुमाइंदगी कर चुके हैं. वहीं मां उषा भारद्वाज ने भी वॉलीबॉल में तमिलनाडु का प्रतिनिधित्व किया है.आईपीएल 2022 तक पहुंचने से पहले साई ने ऐज ग्रुप और चेन्नई में लीग क्रिकेट में काफी रन बनाए हैं. उन्होंने 2019-20 में अंडर-19 चैलेंजर ट्रॉफी में इंडिया-ए के लिए यशस्वी जायसवाल के साथ पारी की शुरुआत भी की है. उस टूर्नामेंट में प्रियम गर्ग, तिलक वर्मा और रवि बिश्नोई जैसे खिलाड़ी भी खेले थे.
लेग स्पिन गेंदबाजी भी करते हैं साई
साई बल्लेबाज के साथ-साथ जरूरत पड़ने पर लेग स्पिन गेंदबाजी भी कर सकते हैं. उन्होंने एम अश्विन की गैरहाजिरी में विजय हजारे ट्रॉफी के एक मुकाबले में बंगाल के खिलाफ एक विकेट लिया था.