नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के 22 साल के तेज गेंदबाज उमरान मलिक पिछले साल की तरह इस बार भी आईपीएल में अपनी रफ्तार का कहर ढहा रहे हैं. उन्होंने तीन दिन पहले गुजरात टाइटंस के खिलाफ मुकाबले में इस सीजन की सबसे तेज गेंद फेंकी थी. आईपीएल 2021 में मलिक सनराइजर्स हैदराबाद के नेट बॉलर थे और उन्हें चोटिल टी नटराजन की जगह टीम में शामिल किया गया था. इसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं दिखा. अपने पहले ही आईपीएल सीजन में उमरान ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ 152.95 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से सीजन की दूसरी सबसे तेंज गेंद फेंकी थी. इस सीजन में भी उनकी रफ्तार ऐसी ही नजर आ रही है.

उमरान का क्रिकेट का सफर उनकी गेंदबाजी के जैसा ही तेज रफ्तार रहा है. उन्हें 2017 तक प्रोफेशनल क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं पता था. हालांकि, वो जम्मू में टेनिस बॉल क्रिकेट में अपना नाम बना चुके थे. एक दिन दोस्त अब्दुल समद अपने कोच रंधीर मन्हास के पास ले गए और उमरान की गेंदबाजी देखने की गुजारिश की. कोच ने जब नेट्स पर उमरान की बॉलिंग देखी तो वो भी हैरान रह गए और यहीं से उमरान के प्रोफेशनल क्रिकेटर बनने की शुरुआत हुई. हालांकि, वो नियमित ट्रेनिंग नहीं करते थे. लेकिन एक दिन कोच ने उनसे कहा कि तुम भारत के लिए खेल सकते हो. बस, यही बात उमरान ने ज़ेहन में बैठा ली. इसके बाद कभी ट्रेनिंग नहीं छोड़ी.

उमरान का क्रिकेट का सफर उनकी गेंदबाजी के जैसा ही तेज रफ्तार रहा है. उन्हें 2017 तक प्रोफेशनल क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं पता था. हालांकि, वो जम्मू में टेनिस बॉल क्रिकेट में अपना नाम बना चुके थे. एक दिन दोस्त अब्दुल समद अपने कोच रंधीर मन्हास के पास ले गए और उमरान की गेंदबाजी देखने की गुजारिश की. कोच ने जब नेट्स पर उमरान की बॉलिंग देखी तो वो भी हैरान रह गए और यहीं से उमरान के प्रोफेशनल क्रिकेटर बनने की शुरुआत हुई. हालांकि, वो नियमित ट्रेनिंग नहीं करते थे. लेकिन एक दिन कोच ने उनसे कहा कि तुम भारत के लिए खेल सकते हो. बस, यही बात उमरान ने ज़ेहन में बैठा ली. इसके बाद कभी ट्रेनिंग नहीं छोड़ी.

उमरान मलिक ने उधार के स्पाइक-शूज़ पहनकर जम्मू में अंडर-19 क्रिकेट टीम के लिए ट्रायल दिया था और उन्हें जम्मू-कश्मीर टीम के लिए चुना गया था. लेकिन वीनू मांकड़ ट्रॉफी में उन्हें केवल एक ही मैच खेलने को मिला. अगले ही साल, मलिक को अंडर-23 के ट्रायल्स में नाकामी झेलनी पड़ी थी. हालांकि, किस्मत ने करवट ली और 2019-20 रणजी ट्रॉफी सीज़न के दौरान, जम्मू और कश्मीर का मुकाबला असम से था. भारत के पूर्व विकेटकीपर और असम के कोच अजय रात्रा ने कुछ नेट गेंदबाज मांगे. उमरान को गेंदबाजी का मौका मिला. लेकिन रात्रा ने अपने बल्लेबाजों के चोटिल होने की आशंका के चलते 4 गेंद बाद ही उमरान को गेंदबाजी से रोक दिया था.

उमरान मलिक ने उधार के स्पाइक-शूज़ पहनकर जम्मू में अंडर-19 क्रिकेट टीम के लिए ट्रायल दिया था और उन्हें जम्मू-कश्मीर टीम के लिए चुना गया था. लेकिन वीनू मांकड़ ट्रॉफी में उन्हें केवल एक ही मैच खेलने को मिला. अगले ही साल, मलिक को अंडर-23 के ट्रायल्स में नाकामी झेलनी पड़ी थी. हालांकि, किस्मत ने करवट ली और 2019-20 रणजी ट्रॉफी सीज़न के दौरान, जम्मू और कश्मीर का मुकाबला असम से था. भारत के पूर्व विकेटकीपर और असम के कोच अजय रात्रा ने कुछ नेट गेंदबाज मांगे. उमरान को गेंदबाजी का मौका मिला. लेकिन रात्रा ने अपने बल्लेबाजों के चोटिल होने की आशंका के चलते 4 गेंद बाद ही उमरान को गेंदबाजी से रोक दिया था.

रात्रा ने जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारियों से उमरान मलिक को लेकर बात की और इस गेंदबाज को टीम में लेने की सिफारिश तक की थी. रात्रा ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में उस एपिसोड को याद करते हुए कहा, “मैं थोड़ा हैरान था कि वह जम्मू-कश्मीर की टीम का हिस्सा नहीं था. वह जिस तरह का उछाल हासिल कर रहे ते, वो कमाल का था.” इसके बाद इरफान पठान ने भी उमरान के टैलेंट को पहचाना और जम्मू-कश्मीर की सीनियर टीम में इस गेंदबाज की एंट्री तय कराई.

रात्रा ने जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारियों से उमरान मलिक को लेकर बात की और इस गेंदबाज को टीम में लेने की सिफारिश तक की थी. रात्रा ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में उस एपिसोड को याद करते हुए कहा, “मैं थोड़ा हैरान था कि वह जम्मू-कश्मीर की टीम का हिस्सा नहीं था. वह जिस तरह का उछाल हासिल कर रहे ते, वो कमाल का था.” इसके बाद इरफान पठान ने भी उमरान के टैलेंट को पहचाना और जम्मू-कश्मीर की सीनियर टीम में इस गेंदबाज की एंट्री तय कराई.

उमरान मलिक ने सिर्फ 5 साल पहले क्रिकेट बॉल से गेंदबाजी शुरू की है. ऐसे में इतने कम वक्त में 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करना छोटी बात नहीं है. उनके कोच रंधीर सिंह मन्हास भी इस बात को मानते हैं. उनके मुताबिक, उमरान ने तो अभी शुरुआत की है. आने वाले सालों में वो इससे भी तेज रफ्तार से गेंदबाजी करते नजर आएंगे.

उमरान मलिक ने सिर्फ 5 साल पहले क्रिकेट बॉल से गेंदबाजी शुरू की है. ऐसे में इतने कम वक्त में 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करना छोटी बात नहीं है. उनके कोच रंधीर सिंह मन्हास भी इस बात को मानते हैं. उनके मुताबिक, उमरान ने तो अभी शुरुआत की है. आने वाले सालों में वो इससे भी तेज रफ्तार से गेंदबाजी करते नजर आएंगे.

उमरान ने अब तक आईपीएल 2022 में 3 मैच खेले हैं और 4 विकेट लिए हैं. वो महंगे भी साबित हुए हैं. लेकिन उनकी गेंदों पर जो बाउंड्री आई है, उसमें बल्लेबाज शॉट खेलने के कंट्रोल में नहीं थे. गेंद बल्ले का किनारा लेकर सीमा रेखा के पार गई है. उन्होंने अब तक 3 फर्स्ट क्लास, एक लिस्ट मैच और सिर्फ 12 टी20 खेला है. जैसे-जैसे उमरान घरेलू क्रिकेट खेलेंगे उनकी गेंदबाजी में सुधार होता जाएगा.

उमरान ने अब तक आईपीएल 2022 में 3 मैच खेले हैं और 4 विकेट लिए हैं. वो महंगे भी साबित हुए हैं. लेकिन उनकी गेंदों पर जो बाउंड्री आई है, उसमें बल्लेबाज शॉट खेलने के कंट्रोल में नहीं थे. गेंद बल्ले का किनारा लेकर सीमा रेखा के पार गई है. उन्होंने अब तक 3 फर्स्ट क्लास, एक लिस्ट मैच और सिर्फ 12 टी20 खेला है. जैसे-जैसे उमरान घरेलू क्रिकेट खेलेंगे उनकी गेंदबाजी में सुधार होता जाएगा.