मुजफ्फरनगर.कारगिल युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए बचन सिंह के नाम पर रखे गए मार्ग का नाम बदलने से भूतपूर्व सैनिकों ने आक्रोश है। मंगलवार को पूर्व सैनिक सोल्जर बोर्ड से डीएम कार्यालय तक जुलूस निकालेंगे। उन्होंने कहा कि गुरुनानक देवजी का वे भी सम्मान करते हैं, लेकिन देश के लिए मर मिटने वाले बलिदानी का अपमान नहीं सहेंगे।
राष्ट्रीय सैनिक संस्था के जिला महामंत्री परवेंद्र राठी ने बताया कि सोल्जर बोर्ड के सामने बलिदानी बचन सिंह की प्रतिमा स्थापित है। यहां से पचेंडा गांव जाने वाले मार्ग का नाम 22 साल पहले शहीद बचन सिंह मार्ग रखा गया था। एक सप्ताह पूर्व इस मार्ग का नाम गुरु नानकदेव रख दिया गया। राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल ने मार्ग का लोकार्पण किया। यह बलिदानियों का अपमान है। उन्होंने कहा कि गुरु नानकदेव हमारे भी पूजनीय हैं। सेना में मंदिर और गुरुद्वारा एक साथ होते हैं। एक साथ दोनों धर्म की पूजा होती है। गुरु नानकदेवजी के नाम से शहर की अन्य किसी भी सड़क का नाम रखा जाए, कोई आपत्ति नहीं है। पूर्व सैनिक विरोध प्रकट करने के लिए 19 अप्रैल को शहर में जुलूस निकालेंगे। बलिदानी की प्रतिमा पर सुबह 10 बजे माल्यार्पण होगा। वहां से पूर्व सैनिक और देशभक्त नागरिक जुलूस के रूम में नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचेंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविद और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के नाम डीएम को ज्ञापन देंगे। संस्था के प्रदेश अध्यक्ष कैप्टन सुरेश चंद्र त्यागी, जिलाध्यक्ष अशोक कुमार के नेतृत्व में रणनीति तय की जाएगी।
वीरांगना और बेटे ने जताई थी आपत्ति
बलिदानी बचन सिंह की वीरांगना (पत्नी) कामेश बाला और सेना में कैप्टन बेटे हितेश ने मार्ग का नाम बदले जाने पर रविवार को कड़ी आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था कि मन दुखी है। प्रशासन से मांग की थी कि मार्ग का नाम बलिदानी के नाम पर ही रहने दिया जाए।