मुजफ्फरनगर.जिले में गन्ना खरीदने के लिए लगे चीनी मिलों के तौल केंद्र बंद होने लगे हैं। अब तक 87 तौल केंद्र बंद हो चुके हैं। इनमें पेराई सत्र पूरा करने वाली भैसाना मिल के 80 तौल केंद्र शामिल हैं। रोहाना चीनी मिल में तकनीकी खराबी होने के कारण अब जिले में 5.50 लाख क्विंटल के स्थान पर 4.16 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई ही प्रतिदिन हो पा रही है।

जिले में कुल आठ चीनी मिले हैं, इन चीनी मिलों के जिले में 639 तौल केंद्र हैं। भैंसाना चीनी मिल अपना पेराई सत्र पूरा कर चुकी है। इस मिल के सभी 80 तौल केंद्र बंद हो चुके हैं। रोहाना चीनी मिल में तकनीकी खराबी होने के कारण दो दिन से तौल केंद्र बंद हैं। भैसाना 90 हजार क्विंटल और रोहाना 25 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई प्रतिदिन करती थी, इनके बंद होने से जिले में प्रतिदिन एक लाख 15 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई घट गई है। इस समय जिले में केवल 4.16 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई प्रतिदिन हो रही है।

रोहाना के पास मात्र तीन ही तौल केंद्र हैं, इस मिल का अधिकतम गन्ना गेट पर ही आता है। खतौली चीनी मिल के पास 188 तौल केंद्र है जो सभी चल रहे हैं। तितावी चीनी मिल के पास 116 तौल केंद्र हैं, इनमें से चार बंद हो चुके हैं। टिकौला के सभी 108, मंसूरपुर के 79, खाईखेड़ी के 61 तौल केंद्र लगातार चल रहे हैं। सभी चीनी मिल मई में ही अपना पेराई सत्र पूरा कर पाएंगी।

तीन मिलों ने किया पूरा भुगतान
जिले में इस बार देखने को मिल रहा है कि सत्र के दौरान ही चीनी मिलें पूरा भुगतान कर रही हैं। जिले की खतौली, टिकौला और मंसूरपुर चीनी मिल किसानों का 14 दिन से पहला समस्त भुगतान कर चुकी हैं। डीसीओ आरडी द्विवेदी ने बताया कि जिले में कुल 82.82 प्रतिशत भुगतान हो चुका है। रोहाना 87 प्रतिशत, तितावी 85 प्रतिशत, खाईखेड़ी 83 प्रतिशत भुगतान कर चुकी हैं। सहकारी चीनी मिल मोरना 58 प्रतिशत और भैंसाना ने 15.58 प्रतिशत भुगतान किया है।