नई दिल्ली। भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री हमेशा ही अपने बयानों के कारण चर्चा में रहते हैं. अब शास्त्री ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने ईसीबी के नए निदेशक रॉबर्ट को भी सलाह दी है. वहीं, उन्होंने यह भी बताया है कि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में किस तरह जीती थी.

शास्त्री ने दिया था ये गुरुमंत्र
रवि शास्त्री ने कहा, ‘हम आक्रामक होकर खेलते थे और जिससे विरोधी टीम को कोई मौका नहीं मिले, फिटनेस का शीर्ष स्तर, तेज गेंदबाजों का समूह तैयार करना जो विदेशों में 20 विकेट चटका सकें और यह आपके रवैये से भी जुड़ा है विशेषकर जब अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हैं. मैंने लड़कों से कहा कि अगर आपको एक गाली दी जाती है तो आप तीन वापस कीजिए. दो हमारी भाषा में और एक उनकी भाषा में.’ शास्त्री 2014 से 2021 के बीच एक साल को छोड़कर बाकी समय भारत के कोचिंग स्टाफ के प्रमुख रहे. इस एक साल के दौरान अनिल कुंबले को मुख्य कोच नियुक्त किया गया था.

ECB निदेशक को दी ये सलाह

भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (म्ब्ठ) के नए क्रिकेट निदेशक बनाए गए रॉबर्ट के को सलाह देते हुए कहा है कि इंग्लैंड के इस पूर्व सलामी बल्लेबाज को ड्यूक गेंद की तरह ‘मोटी चमड़ी’ विकसित करने की जरूरत है जैसे उन्होंने ‘जलने वाले लोगों’ का सामना करने के लिए किया था. ब्रिटेन के समाचार पत्र ने इस पूर्व भारतीय मुख्य कोच के हवाले से कहा, ‘आपको इसका सहारा लेना होता है. वह (रॉबर्ट के) जब काम करना शुरू करेगा तो वह इसे विकसित करना सीखेगा, क्योंकि प्रत्येक दिन आपके काम को लेकर टिप्पणियां होंगी. मुझे खुशी है कि केंट के साथ खेलने के दौरान उसे कप्तानी का काफी अनुभव है, क्योंकि खिलाड़ियों के साथ संवाद सर्वोच्च होता है.’

नहीं थी कोचिंग की डिग्री
रवि शास्त्री ने कहा, ‘मेरे पास कोई भी कोचिंग डिग्री नहीं थी. लेवल एक? लेवल दो? और भारत जैसे देश में हमेशा आपसे जलने वाले लोग या लोगों का गुट होता है जो चाहते हैं कि आप विफल हो जाओ. मेरी मोटी चमड़ी (लोगों की बातों पर ध्यान नहीं देने वाला) है, आप जिस ड्यूक गेंद का इस्तेमाल करते हैं, उससे भी मोटी.’ शास्त्री की तरह रॉबर्ट के भी लंबे समय से प्रतिष्ठित कमेंटेटर हैं.