मुजफ्फरनगर। उलेमाओं ने नमाजियों से अपील की है कि ईदगाह में जगह न मिले तो लोग अपने आसपास की कदीमी मस्जिदों में ईद की नमाज अदा करें। इसके लिए शहर की 40 मस्जिदों का चुनाव किया गया है। आवश्यकता पड़ने मस्जिदों की संख्या बढ़ाई भी जा सकती है। पुलिस व प्रशासन ने इन मस्जिदों में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करने का अश्वासन दिया है।

शहर की ईदगाह में नमाज का वक्त सुबह 6.30 बजे रखा गया है, जबकि मोहल्लों की मस्जिदों में ईद की नमाज अदायगी सुबह 5.45 बजे से शुरू हो जाएगी। कोरोना के कारण दो वर्षों तक ईदगाह में जमाअत से नमाज अदा नहीं हो पाई।

शहर के मुस्लिम बाहुल क्षेत्र खालापार, लद्धावाला तथा मल्हूपुरा में लोगों से अपील की गई है कि ईदगाह में जगह कम पड़ने के चलते मुस्लिम लोग मस्जिदों में भी नमाज अदा करें। इसके चलते शहर कोतवाली क्षेत्र के लद्धावाला में मस्जिद बैतुल मुकर्रम में सुबह 5.45 बजे, नबी ए करीम मस्जिद में सुबह 7.15 बजे, मस्जिद आयशा शाहबुद्दीनपुर में सुबह 7.15 बजे पर ईद की नमाज अदा होगी।

इसी तरह खालापार में मस्जिद फक्करशाह व एक मीनार एवं अजमत अली में सुबह 6.00 बजे नमाज होगी। मस्जिद नई आबादी किदवई नगर में दीनी मस्जिद पर प्रातः 7.10 बजे, रहीमिया मस्जिद पर प्रातः 6.00 बजे तथा जमियत उल राईन मस्जिद में सुबह 7.00 बजे ईद की नमाज अदा होगी।

शहर मुफ्ती जुल्फिकार हुसैन व शहर काजी तनवीर आलम ने नमाजियों से अपील की है कि ईदगाह में जगह कम पड़ने पर नमाज सड़कों पर अदा न कर मस्जिदों में अदा करें। मुल्क के कानून के हिसाब से यह सही है। ईदगाह के आसपास रिहायशी बस्तियां होने के कारण जगह कम पड़ती जा रही है। वर्षों से ईद की नमाज जगह कम होने के कारण ईदगाह के साथ आसपास सड़कों पर भी अदा होती रही है। हुकुमत का कानून मानना प्रत्येक नागरिक का फर्ज है।