मुजफ्फरनगर. खतौली में जल जीवन मिशन के तहत गांवों में शुद्ध पेजयल की कवायद तेज हो गई है। प्रथम चरण में चार गांवों में जल निगम (ग्रामीण) ने ओवरहेड टैंक का निर्माण कार्य शुरू कराया है। औसतन एक गांव में दो करोड़ रुपये खर्च कर शुद्ध पेयजल पहुंचाया जाएगा। इसके बाद खतौली क्षेत्र के उन गांवों में कार्य होगा, जिनमें ओवरहेड टैंक नहीं है। इन गांवों की सूची तैयार कराई जा रही है।
जनपद में काली नदी पूर्वी और पश्चिमी के कारण भू-जल की स्थिति खराब हो गई है। नदियों के किनारे और आसपास बसे गांवों में भू-जल पीने लायक नहीं है। इसके चलते केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत गांवों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। इसके लिए जल निगम (ग्रामीण) को जिम्मेदारी दी गई है। खतौली विकास खंड क्षेत्र में 84 ग्राम पंचायत है। जिन गांवों में पूर्व में ओवरहेड टैंक बन चुका है, उन्हें छोड़कर शेष में कार्य होना है। इसके चलते खंड विकास विभाग के सहयोग से जल निगम ने गांवों में भूमि की तलाश की है।
प्रथम चरण में खंड विकास क्षेत्र के गांव चांदसमद, भलवा, कैलावड़ा कलां, इस्लामाबाद में ओवरहेड टैंक का निर्माण शुरू कराया गया है। जल निगम ग्रामीण के अवर अभियंता दुष्यंत कुमार ने बताया कि सभी गांवों में निर्माण कार्य की लागत भिन्न है, लेकिन औसत दो करोड़ रुपये एक गांव में ओवरहेड टैंक, पाइपलाइन समेत नलकूप पर खर्च होगा। जिन गांवों में ओवरहेड टैंक निर्माण प्रस्तावित है उनमें भूमि का निरीक्षण किया जाएगा।