मुजफ्फरनगर. भारतीय किसान यूनियन में दो फाड़ होने होने को लेकर किसान आंदोलन का प्रमुख चेहरा रहे राकेश टिकैत ने इशारों में बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। राकेश टिकैत का कहना है कि सरकारों का काम होता है किसान आंदोलन को तोड़ना, फूट डालना या कमजोर करना। हमारा धर्म है किसानों की आवाज को और बुलंद करना। उनके अधिकारों की रक्षा करना। आखिरी सांस तक किसानों की लड़ाई जारी रहेगी।
बता दें, किसानों के बड़े नेता दिवंगत महेंद्र सिंह टिकैत की 11वीं पुण्यतिथि पर ही उनकी बनाई भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) दो धड़ों में बट गई। रविवार को लखनऊ के गन्ना संस्थान सभागार में भाकियू कार्यकारिणी की बैठक में महेंद्र सिंह टिकैत के दोनों बेटों नरेश टिकैत और राकेश टिकैत को भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) से बर्खास्त कर दिया गया। नरेश टिकैत को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है।
राजेश सिंह चौहान को भाकियू (अराजनैतिक) का नया अध्यक्ष बनाया गया है। अध्यक्ष बनते ही राजेश सिंह ने आरोप लगाया कि नरेश टिकैत और राकेश टिकैत राजनीति करने वाले लोग हैं। विधानसभा चुनाव में उन्होंने एक दल का प्रचार करने के लिए कहा था। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) बनने पर राकेश टिकैत ने रविवार को कहा था कि इन सबके पीछे सरकार का हाथ है। टिकैत ने कहा, इन सब के पीछे सरकार है और उसी ने सब कुछ करवाया है। जिस तरीके से 26, 27 और 28 जनवरी 2021 को लोगों ने सरेंडर किया था। उसी तरीके से 15 मई को भी चंद लोगों ने सरकार के सामने सरेंडर कर दिया है। पहले भी हमारे संगठन से कई सारे लोग बाहर जा चुके हैं। टिकैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ही भारतीय किसान यूनियन से टूटकर 8 से 10 संगठन बन चुके हैं।