नई दिल्ली. गर्मियों में आम तौर पर खीरा खाने की सलाह दी जाती है. खीरा शरीर को हाइड्रेट करता है और पेट ठंडा रखता है. खीरे में चूंकि पानी की मात्रा अधिक होती है इसे खाने से पाचन क्रिया भी बेहतर होती है. गर्मी में नियमित रूप से खीरे का सलाद खाना चाहिए. हालांकि जरूरत से अधिक खीरे का सेवन हाइपरकलेमिया की वजह बन सकता है. ये शरीर में पोटेशियम के हाई लेवल की वजह से होने वाली एक दुर्लभ स्थिति है. चिलचिलाती गर्मी से बचाने वाला खीरा आपके शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है. कड़वे खीरे में और जैसे विषाक्त पदार्थ होते है. खीरे का कड़वा स्वाद इन्ही विषाक्त पदार्थों की वजह से होता है, जो बीमारियों का कारण बन सकता है. ये विषाक्त पदार्थ हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं.
खीरे से होने वाले नुकसान
अधिकतर लोग खीरे को अपनी डाइट में इसलिए शामिल करते हैं, क्योंकि इसमें नेचुरल वॉटर होता है, लेकिन इसका बहुत अधिक सेवन सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है. यह मूत्रवर्धक प्रकृति के कारण होता है जिसकी वजह से आपके शरीर से तरल पदार्थ बाहर निकलना शुरू हो जाते हैं, इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बिगड़ जाता है और शरीर में पानी की कमी हो सकती है.
पेट फूलना
खीरे में कुकुर्बिटासिन नाम का तत्व होता है, जो कुछ लोगों में अपच का कारण बन सकता है, ऐसे लोग जो पहले से पाचन संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं, उनमें ये समस्या देखी जा सकती है. अधिक खीरा खाने से पेट फूलने और अपच जैसी परेशानी होती है.
प्रेगनेंसी में खीरा
मूत्रवर्धक प्रकृति के कारण प्रेगनेंसी में अधिक खीरा खाने से पेशाब आना और पानी की कमी हो सकती है, जिससे असुविधा हो सकती है. साथ ही अधिक मात्रा में सेवन करने पर फाइबर की उपस्थिति पेट में सूजन की वजह बन सकती है.