मेरठ। मेरठ के फलावदा के सनोता में गाड़ी खड़े करने को लेकर हुए विवाद में दो भाई दिलशाद कुरैशी और मंशाद को गोली मार दी गई थी। पांच साल बाद कोर्ट में सुनवाई के दौरान दोहरे हत्याकांड में आठ मुल्जिमों को मुजरिम करार दे दिया गया है। सजा कल सुनाई जाएगी। दोनों मृतक के ममेरे भाई हाजी ज़ाकिर ने बताया कि दोनों को की योजनाबद्ध तरीक़े से गोली मारकर हत्या की गई थी।गाड़ी को खड़ा करने को लेकर था विवाद
गांव के चश्मदीद साबिर के अनुसार, यह लोग किसी शादी में आए थे, दूसरे लोगों ने इन्हें उनके घर के आगे गाड़ी खड़े करने को मना किया था। इन्होंने कहा अभी हटा रहे हैं। इस बात पर कहासुनी हुई और फिर अंदर से बन्दुक लाकर दोनों भाइयों को गोली मार दी गई। बता दें कि 14 सितंबर 2017 इस घटना में काफी गवाह पेश किए गए जिसके बाद सोमवार को सुनवाई के बाद सभी को दोषी करार दे दिया गया है। अब कोर्ट मंगलवार को इस मामले में सजा का ऐलान करेगी।
मेरठ : लेनदेन के विवाद में एक पक्ष ने हवाई फायरिंग कर दी। आरोपित को पकड़ने का प्रयास किया तो वह तमंचा लहराते हुए फरार हो गया। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई थी। धरपकड़ के लिए दबिश दी जा रही है।परतापुर थाना क्षेत्र के अच्छरोंडा निवासी विजय राणा गाड़ियों के फाइनेंस का काम करते हैँ। उनके साथ सिवाल खास निवासी आबिद भी जुड़ा हुआ है। बताया गया कि दोनों में लेनदेन को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा है। रविवार देर शाम दोनों पक्षों में अच्छरोंडा रोड पर बातचीत चल रही थी। इस दौरान कहासुनी के बाद हाथापाई शुरू हो गई।
आरोप है कि आबिद ने तमंचे से हवाई फायरिंग कर दी, जिससे अफरा-तफरी मच गई। कुछ लोगों ने उसे पकड़ने का भी प्रयास किया, लेकिन वह फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जानकारी ली। एएसपी विवेक यादव ने बताया कि दोनों पक्षों में रुपयों को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा है। तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। आरोपित को पकड़ने के लिए टीम लगा दी गई है। जल्द ही उसे दबोच लिया जाएगा।