पंजाब. पंजाब के मशहूर सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की मानसा जिले में रविवार शाम को गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस हत्याकांड की वजह गैंगस्टर्स के बीच आपसी दुश्मनी मानी जा रही है और बताया जा रहा है कि इसमें लॉरेंस बिश्नोई गिरोह शामिल है. वारदात को मानसा जिले के जवाहरके गांव के पास अंजाी दिया गया, जहां मूसेवाला की एसयूवी पर ताबड़तोड़ करीब 30 राउंड फायर किए गए.
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की जिस मौका-ए-वारदात पर हत्या हुई, वहां घरों की दीवारों पर बुलेट के निशान हैं. लोगों का कहना है कि मूसेवाला की गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर इतनी फायरिंग की गई कि ऐसा लग रहा था जैसे दिवाली पटाखे फोड़े जा रहे हों.
चश्मदीदों ने बताया कि जिस जगह सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई, वहां एक मोड़ है और उसी वजह से कार की रफ्तार धीरे होती है. इसका फायदा उठाकर हमलावरों ने मूसेवाला की एसयूवी पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. उन्होंने बताया कि बदमाश काफी देर से मूसेवाला की कार का इतंजार कर रहे थे और जब जब शाम करीब साढ़े 5 बजे पहुंची तो उस पर फायरिंग कर दी.
गोलीबारी के बाद सिद्धू मूसेवाला को कार से बाहर निकाला था और हॉस्पिटल पहुंचाया था. मिशी नाम के शख्स ने बताया, ‘घटना के समय मैं घर पर था और गोलियों की आवाज सुनकर बाहर आया. इसके बाद मूसेवाला को हॉस्पिटल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.’
पंजाब के डीजीपी वीके भवरा ने घटना की और जानकारियां देते हुए बताया कि सिद्धू मूसेवाला पर करीब 30 राउंड गोलियां चलाई गईं. इसके बाद उनकी एसयूवी कार छलनी हो गई. डीजीपी ने बताया कि वारदात की जगह से गोलियों के 30 खाली खोल बरामद किए गए हैं. उन्होंने अनुमान जताया कि हत्या में कम से कम तीन हथियारों का इस्तेमाल किया गया होगा. डीजीपी वीके भवरा ने बताया कि सिद्धू मूसेवाला जब मानसा जिले के जवाहरके गांव पहुंचे तो दो गाड़ियों ने उनकी एसयूवी को रोक लिया. इसके बाद सामने से सिद्धू मूसेवाला पर अंधाधुंध गोलियां चलाई गई.
पंजाब के डीजीपी वीके भवरा ने कहा कि पहले सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा के लिए पंजाब पुलिस के चार कमांडो तैनात थे. हर साल ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ की बरसी और अगले महीने ‘घल्लुघारा सप्ताह’ के कारण सुरक्षा कम की जाती है. इसी को देखते हुए मूसेवाला की सुरक्षा में तैनात पंजाब पुलिस के चार कमांडो में से दो को हटाया गया था और फिलहाल 2 कमांडो उनकी सुरक्षा में तैनात थे.
पुलिस महानिदेशक वीके भवरा के मुताबिक, सिद्धू मूसेवाला रविवार शाम करीब साढ़े चार बजे अपने पड़ोसी गुरविंद सिंह और रिश्तेदार गुरप्रीत सिंह के साथ घर से निकले थे. इस दौरान वह खुद गाड़ी चला रहे थे और अपने साथ कमांडो भी नहीं ले गए थे. इसके अलावा वह अपनी प्राइवेट बुलेट प्रूफ गाड़ी भी नहीं ले गए थे. डीजीपी ने बताया कि पहले मूसेवाला की सुरक्षा में पंजाब पुलिस के 4 कमांडो तैनात थे, लेकिन अब दो कमांडो को हटाया गया था और फिलहाल 2 कमांडो उनकी सुरक्षा में तैनात थे.