मुजफ्फरनगर. दरअसल, 30 मई को कर्नाटक के बेंगलुरु में कर्नाटक राज्य रैयत संघ के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में भाकियू नेता राकेश टिकैत और राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह पहुंचे थे। सम्मेलन से पहले गांधी भवन में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया था, जिसको राकेश टिकैत संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने अचानक मंच के समीप जाकर राकेश टिकैत पर जानलेवा हमला कर दिया और उनके ऊपर काली स्याही भी फेंकी। हालांकि मौके पर मौजूद किसानों ने हमलावर को पकड़ लिया। घटना के दौरान जमकर मारपीट और कुर्सियां चलीं। पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
बीजेपी और आरएसएस पर भी लगाए आरोप
भाकियू के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि वहां पुलिस की ओर से सुरक्षा के कोई प्रबंध नहीं किए गए थे और हमले के बाद भी पुलिस मूकदर्शक बनी रही। भाकियू ने आरोप लगाया है कि किसान नेता पर हमला बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने किया है। भाकियू कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को प्रदर्शन करते हुए पीएम मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा है।
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देशभर में आंदोलन की चेतावनी
भाकियू ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी वारदातों को रोका जा सके। साथ ही इस कृत्य में शामिल सभी लोगों को पर्दाफाश कर उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित कराई जाए वरना भाकियू देशभर में आंदोलन करेगी। भविष्य में ऐसी घटना को रोकने के लिए राकेश टिकैत को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई जाए।