मुजफ्फरनगर। जनपद में नगरपालिका अध्यक्ष अंजू अग्रवाल ने जल निगम को चेतावनी दी है कि अगर सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया गया, तो इसके अंजाम भुगतने होंगे। । इस कारण भी उसमें मैनुअली सफाई किसी भी तरह से संभव नहीं है।
जानकारी के अनुसार सीवरेज लाइन के निरीक्षण के दौरान पालिका अध्यक्षा भडक उठी। आज पालिका अध्यक्षा श्रीमती अंजू अग्रवाल द्वारा पालिका के जलकल एवं निर्माण विभाग के तकनीकी अभियंतागण के साथ उत्तर प्रदेश जल निगम द्वारा कमला नेहरू वाटिका से जिलाधिकारी आवास होते हुए सुजड़ू चुंगी तक सड़क उखाड़कर डाली जा रही सीवरेज लाइन का निरीक्षण किया। स्थल पर जल निगम का प्रोजेक्ट इंजीनियर अंकुर उपाध्याय मौजूद थे
स्थलीय निरीक्षण के दौरान अध्यक्षा द्वारा लगभग 6 फीट खोदी जा रही लाइन में नीचे उतरकर मेन हॉल का निरीक्षण किया गया । प्रोजेक्ट इंजीनियर से जानकारी करने पर उनके द्वारा बताया गया कि मैनहोल 16 फीट गहरा है, इस पर अध्यक्षा द्वारा जानकारी चाही कि इसकी सफाई किस प्रकार होगी, तो उनके द्वारा उसमें मैनुअली सफाई कराने की बात कही गई, जो हाईटेक युग में संभव नहीं है, क्योंकि यदि किसी भी सीवर सफाईकर्मी को मैनुअली सफाई के लिए उतारा जाता है, तो निश्चित रूप से उसमें मैनहोल मैं गैस होने के कारण संबंधित कर्मचारी का जीवन सुरक्षित नहीं बचेगा। साथ ही अध्यक्षा द्वारा कहा गया कि मैनहोल का व्यास बहुत छोटा है, इस कारण भी उसमें मैनुअली सफाई किसी भी तरह से संभव नहीं है। मैनहोल को तंदूर की भट्टी के तरीके से बनाया गया है, जो कदाचित अनुचित प्रतीत होता है।
इसके अलावा अध्यक्षा द्वारा प्रोजेक्ट इंजीनियर से कहा गया कि लगभग 18 फीट गहरी होने तथा निर्मित कराए जा रहे मैनहोल तथा सीवरेज लाइन के नीचे प्रॉपर फाउंडेशन ना होने के कारण एवं भारी भरकम मिट्टी का वजन होने के कारप सीवरेज लाइन निश्चित रूप से डैमेज होना संभावित रहेगी। इसके अलावा यह कार्य की गुणवत्ता पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है।
अध्यक्षा द्वारा यह भी कहा गया कि मात्र डेढ़ फुट डाया के सीवर लाइन डालने से तथा कहीं भी प्रॉपर रूप से शिविर सफाई हेतु जालियों की व्यवस्था ना होने के कारण कुल 36 करोड रुपए की भारी-भरकम सरकारी धनराशि का किस प्रकार सदुपयोग हो पाएगा, यह समझ से बाहर का विषय है। इस पर अध्यक्षा द्वारा नाराजगी प्रकट करते हुए कहा गया कि किसी भी कीमत पर सरकारी धन का दुरुपयोग नहीं होने दिया जाएगा।
इस संबंध में नगरीय जनता के द्वारा शिकायतें भी की गई है कि नगर में अनेक स्थान पर डाली गई सीवरलाइन अभी तक कामयाबी की ओर नहीं है। इस हेतु यदि कार्यस्थल पर मुताबिक नहीं किया जाता है, तो अध्यक्षा द्वारा चेतावनी दी गई कि वह प्रशासन व शासन स्तर पर इसकी शिकायत करेंगी, प्रत्येक दशा में सरकारी धन का सदुपयोग कराया जाएगा। अध्यक्षा के साथ सुनील कुमार जलकल अभियंता, धर्मवीर सिंह अवर अभियंता जल, कपिल कुमार अवर अभियंता निर्माण, अशोक धींगरा, मनोज बालियान, संदीप यादव लिपिक के अलावा स्टेनो गोपाल त्यागी एवं एसके बिट्टू आदि मौजूद रहे।