मुजफ्फरनगर। पुरुष पुलिसकर्मियों की तरह अब महिला पुलिसकर्मी भी क्षेत्र में काम करती दिखाई देंगी। उन्हें बीट का काम सौंपा गया है। वह महिला उत्पीड़न से संबंधित हर मामले में बारीकी से निगाह रखेंगी। अधिकारियों को पूरे मामले से अवगत कराएंगी। एसएसपी ने सभी थानों में महिला पुलिसकर्मियों की बीट पर तैनाती की है। उन्होंने कार्रवाई शुरू कर दी है।
जनपद का कोई ऐसा थाना नहीं है, जहां पर महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती नहीं है। कई थाने तो ऐसे है जहां पर दो दर्जन महिला पुलिसकर्मी तैनात है। थानों में इनसे पहरे की ड्यूटी ली जाती थी। महिला व कोरोना हेल्प डेस्क पर भी इनकी ड्यूटी रहती है। जब भी कोई पीड़ित महिला थाने में अपनी फरियाद लेकर पहुंचती थी उसके साथ महिला हेल्प डेस्क पर तैनात महिला कर्मचारी ही बात करती थी। इसके बाद मामला थाने के मुंशियों व थाना प्रभारी तक पहुंचता था।
नए आदेश के अनुसार जिस महिला पुलिसकर्मी की बीट पर तैनाती होगी वह अपनी बीट बुक भी तैयार करेगी। उसने महिला पुलिसकर्मी द्वारा की गई कार्रवाई का पूरा ब्यौरा होगा। इस बीट बुक को अधिकारी चेक करेंगे।
दरअसल थाने शिकायत पहुंचने के बाद उसका जैसे तैसे निस्तारण भी करा दिया जाता है। पीड़िता को संतुष्ट भी किया जाता है, लेकिन इस कार्रवाई के बाद थाना पुलिस मामले को भूल जाती है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। नई व्यवस्था के चलते अब महिला पुलिसकर्मी इसके बाद भी पीड़िता के घर पहुंचेंगी और उसने जानकारी लेंगी कि कहीं उनको बाद में तो कोई परेशानी नहीं हुई है।
नई व्यवस्था के अनुसार महिला पुलिसकर्मियों के हल्के (बीट) भी तय किए है। अपने हल्के के अनुसार ही महिला पुलिसकर्मी कार्रवाई करेंगी। एक हल्के में दो कर्मियों की तैनात की जा रही है। नगर सर्किल क्षेत्र के थाना सिविल लाइन व शहर कोतवाली में कार्रवाई शुरू हो चुकी है।
महिला उत्पीड़न के मद्देनजर यह व्यवस्था बनाई है। पीड़िता से उसकी समस्या का समाधान होने के बाद भी समय समय पर बीट महिला पुलिसकर्मी घर जाकर जानकारी लेंगी।