मुरादाबाद. लग्जरी गाड़ी से गांजा तस्करी के आरोप में मुरादाबाद पुलिस ने दो महिला सहित पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया। आरोपितों की कार से 27 किलो गांजा बरामद किया गया है। पुलिस के अनुसार गांजा की कीमत लगभग 12 लाख रुपये है। गिरफ्तार आरोपितों में तीन छत्तीसगढ़, एक गौतमबुद्ध नगर और एक मुजफ्फरनगर का निवासी है।

रविवार को पुलिस लाइन सभागार में एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया व सीओ सिविल लाइंस आशुतोष तिवारी ने बताया कि शनिवार को अगवानपुर में शाम करीब आठ बजे सिविल लाइंस थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह, आशियाना चौकी प्रभारी सौरभ त्यागी टीम के साथ वाहनों की जांच कर रहे थे। इस दौरान हरियाणा नंबर की कार को रुकने का प्रयास किया। कार चालक ने रुकने के बजाय भागने का प्रयास किया। पुलिस टीम ने पीछा कर कार को घेर लिया। तलाशी में कार से 27 किलो गांजा बरामद हुआ। गांजा की कीमत लगभग 12 लाख रुपये हैै।

पकड़े गए आरोपितों ने अपने नाम शंकर सिंह नेगी निवासी छपरौला, थाना बादलपुर गौतमबुद्ध नगर, सचिन उर्फ सतेंद्र निवासी रतनपुरी थाना रतनपुरी जिला मुजफ्फरनगर, लव कुमार निवासी गारडी थाना सलिया जिला बलौदा बाजार छत्तीसगढ़, प्रतिभा निवासी ग्राम भोरी थाना तुमगोव जिला महासमुंद छत्तीसगढ़ व शाहजहां निवासी ग्राम कुआं भट्टा थाना माणिकपुर जिला कोरवा छत्तीसगढ़ बताया। पुलिस के अनुसार आरोपित शंकर, सचिन, लव कुमार पर नशीले पदार्थ की तस्करी के मामले दिल्ली और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दर्ज हैं।

गांजा तस्करी के लिए आरोपितों ने कार में कार की पिछली सीट के पीछे का हिस्सा काटकर बाक्स बना रखा था। इसमें लगभग 50 किलो से अधिक तक गांजा रखा जा सकता था। इसके साथ ही कार के पीछे के बंफर को काटकर भी बाक्स बनाया गया है। कार के इन्हीं दोनों बाक्स में गांजे के पैकेट रखे जाते थे। बाहर से दिखने में यह आम कार की तरह लगती थी।

नोएडा में मजदूरी करते हुए दोस्ती, फिर करने लगे गांजा तस्करीः सिविल लाइंस थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपितों से पूछताछ में पता चला है कि शंकर सिंह और प्रतिमा, लव कुमार और शाहजहां के प्रेम संबंध हैं। इन सभी की मुलाकात नोएडा में मजदूरी करने के दौरान हुई थी। यहीं पर ही मुजफ्फरनगर नगर निवासी सचिन भी चारों से मिला।

सभी ने करीब छह माह पहले गांजा तस्करी की योजना तैयार की थी। उड़ीसा से गांजा लाने की जिम्मेदारी शंकर, प्रतिमा, लव और शाहजहां की होती थी। इसके बाद मुरादाबाद से सचिन को साथ लेकर सभी मुजफ्फरनगर ले जाते थे। पुलिस मुजफ्फरनगर और मुरादाबाद में इन तस्करों के संपर्क को तलाश में जुटी है।