मुजफ्फरनगर. जानसठ कस्बे के अंदर जाने वाले मुख्य मार्ग से फल-सब्जी विक्रेताओं को हटाने से नाराज पथकर विक्रेताओं ने नगर पंचायत व सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना-प्रदर्शन किया। ईओ ने उनसे बात करने की कोशिश भी की, लेकिन वह पुराने स्थान पर ही काम शुरू करने पर अड़े रहे। अतिक्रमण हटाओ अभियान के खिलाफ फल-सब्जी विक्रेताओं का गुस्सा फूट पड़ा।
उन्होंने नगर पंचायत पर हठधर्मिता का आरोप लगाते हुए झंडे के नीचे धरना दिया। आरोप लगाया कि कस्बे में केवल उनका रोजगार खत्म करने के लिए ही अतिक्रमण हटाओ अभियानचलाया गया था। जहां-जहां अतिक्रमण के निशान लगाए गए थे, उन्हें छेड़ा तक नहीं गया। कस्बे के अधिकतर नालों पर अभी भी लोग काम कर रहे हैं। पानीपत-खटीमा मार्ग पर भी लगने वाले ठेली के लिए पीछे की ओर निशानदेही करके उन्हें वहीं पर काम कराया गया, जबकि वहां पर बड़े वाहन तक चलते हैं।
कस्बे में न तो बड़े वाहन ही चलते हैं साथ ही मार्ग करीब 40 फिट चौड़ा होने के कारण कोई परेशानी भी नहीं है। उन्होंने नगर पंचायत से मांग की कि उन्हें उनके पहले वाले स्थान पर ही काम करने दिया जाए। प्रदर्शन करने वालों में अंकित, गुड्डू, पिंकू, इरशाद, कुलदीप, पंकज, मोहित, नरेंद्र सिंह, फरकान, दानिश व अफजल समेत करीब 50 लोग शामिल रहे।
धरना-प्रदर्शन के दौरान कस्बे में सब्जी की इक्का-दुक्का दुकाने ही खुली रहीं, जिसके चलते लोग सब्जी के लिए परेशान दिखाई दिए। ईओ विनोद शुक्ला ने बताया कि इन सब्जी व फल विक्रेताओं को नाले के ऊपर व एक अन्य स्थान पर बैठने का विकल्प दिया गया है, लेकिन वह तैयार नहीं हैं। मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा, उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।