मुजफ्फरनगर. मुजफ्फरनगर में जुमे की नमाज के दौरान कानून व्यवस्था की कोई स्थिति पैदान न हो इसके मद्देनजर शहर में सुरक्षा का माक ड्रिल किया गया। ड्रोन कैमरे चलाकर आवासीय बस्तियों में घरों तथा प्रतिष्ठानों की छतों का भी जायजा लिया।
गत सप्ताह कानपुर में जुमे की नमाज के बाद बवाल की घटना को लेकर जिले की पुलिस तथा प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। कानपुर की घटना की किसी भी प्रकार में पुनरावृत्ति न हो पाए। इसे लेकर पुलिस ने सुरक्षा का माकड्रिल किया। मस्जिदों तथा धार्मिक स्थलों पर जाकर सुरक्षा का जायजा लिया।
धर्मगुरुओं को भी समझाया कि लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करें। जुमे की नमाज के बाद सभी लोग शांति के साथ अपने घर जाएं। पुलिस ने शहर के विभन्न मार्गों पर फ्लेग मार्च किया।
गुरुवार को जनपदीय पुलिस ने विभिन्न धार्मिक स्थल व आवासीय बस्तियों पर ड्रोन कैमरों की परवाज कराई।ड्रोन कैमरों से घरों की छतों तथा लोगों की अन्य गतिविधियों पर नजर डाली गई। गली मोहल्लों एंव संवेदनशील स्थानों पर पुलिस ने फोर्स के साथ मार्च किया। एसएसपी अभिषेक यादव खालापार के फक्करशाह चौक पर पहुंचे। एसपी सिटी तथा अन्य अधिनस्थ पुलिस अधिकारियों के साथ उन्होंने व्यवस्था का जायजा लिया।
सोशल मीडिया पर जुमे के दिन भारत बंद की अनर्गल पोस्ट वायरल कर लोगों को भ्रम में डालने का प्रयास किया गया। किसी अवांछित तत्व की और से जमियत के फर्जी लेटर पैड पर जुमे के दिन भारत बंद की बात लिखकर यह अफवाह फैलाई। लेकिन जमियत उलेमा की स्थानीय इकाई ने पत्र जारी कर इस तरह की किसी भी घोषणा से जमियत का कोई संबंध न होने की बात कहते हुए साफ किया कि यह सब फर्जी तरीके से लोगों को भ्रम में डालने का प्रयास है।
मौलाना नजर मोहम्मद कासमी ने कहा कि जमियत उलेमा ए हिंद की और से इस तरह का काेई आह्वान नहीं किया गया। बंद की किसी भी सूचना पर ध्यान न देने की बात कहते हुए मौलाना अरशद मदनी के उस बयान का हवाला दिया गया जिसमें उन्होंने सड़क से नहीं बल्कि कानून के जरिये अपने मसायलों के हल की बात कही।