मुजफ्फरनगर. अवैध रूप से भूमि दिखाकर फर्जी ऋण और बीमा कराने वाले जालसाज गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। मुख्य सरगना समेत सात लोग गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें बैंक प्रबंधक भी शामिल है। यह गिरोह विवादित भूमि पर अवैध रूप से बैंक ऋण दिलाकर किसान को ठगने का कार्य करते हैं। खतौली पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपितों को जेल भेजा है।

इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने बताया कि सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के दक्षिणी सिविल लाइंस 525/1 निवासी महावीर सिंह पुत्र स्व. मुरलीधर की भोपा थाना क्षेत्र के फिरोजपुर गांव में 70 बीघा से अधिक भूमि है। पिछले दिनों महावीर ने इसमें से 15 बीघा भूमि बेच दी, लेकिन तहसील से उसका दाखिल-खारिज नहीं हो सका। इसकी भनक इसी गांव के कृष्णपाल को लग गई। इस भूमि को आधार बनाते हुए कृष्णपाल ने अपने साथी अनुज पुत्र विजय पाल निवासी गालिबपुर खतौली से संपर्क किया। इसके बाद जालसाज गिरोह तैयार हुआ, जिसमें रोहित राठी पुत्र गोपाल निवासी मनफोड़ा थाना जानसठ, साजिद पुत्र गफ्फार निवासी खोकनी, बैंक कर्मी दीपक चौहान पुत्र नेत्रप्रकाश निवासी श्रद्धापुरी थाना कंकरखेड़ा-मेरठ, खतौली एक्सिस बैंक प्रबंधक अश्विनी पुत्र योगेंद्र निवासी गांव दौराला-मेरठ, पंकज निवासी जसौला के साथ मिलकर खेल रचा।

पंकज ने अपने नौकर बिहार के सहरसा जिले के थरवा थाना क्षेत्र के मघेपुरा गांव निवासी लालू पुत्र स्व. अधित को फर्जी महावीर बनाया। बाकायदा महावीर के नाम से उसके आधार एवं पैन कार्ड तैयार किए गए। उसके बाद बैंक से 14.5 लाख रुपये का ऋण लिया गया। विवादित भूमि पर ऋण की जानकारी असली महावीर तक पहुंची तो मामले का राजफाश हुआ। उसके बाद महावीर की तहरीर पर पुलिस ने गहराई से छानबीन की।

जालसाज गिरोह ने बड़े पैमाने पर षड्यंत्र रचा रखा था। आरोपित पंकज ने अपने गिरोह के साथ मिलकर नौकर लालू का एक करोड़ रुपये का दुर्घटना बीमा कराया था। ऋण और बीमा की राशि को डकारने के लिए यह खेल हुआ है। इंस्पेक्टर ने बताया कि नौकर को यह लोग ठिकाने लगा सकते थे, जिसके ऋण और बीमा राशि को आपस में बांटने की तैयारी में लगे थे।

इंस्पेक्टर ने बताया कि सभी आरोपितों के विरुद्ध धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। गुरुवार को कृष्णपाल, अनुज, साजिद, रोहित, बैंक प्रबंधक अश्विनी, नौकर लालू को पकड़ लिया गया है, जबकि पंकज और बैंक कर्मी दीपक फरार हैं।