मुजफ्फरनगर। तालाब में युवक का गोली लगा शव मिलने की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। युवक की हत्या अवैध सम्बंधों के चलते बनी रंजिश में की गयी थी। इस मामले में पुलिस ने दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। उसकी तलाश में टीम को लगाया गया है। मुख्य आरोपी ने एक लाख रुपये की सुपारी देकर इसरान का कत्ल कराया है।
मंगलवार को सीओ सिटी कुलदीप कुमार द्वारा अपने कार्यालय में इस मर्डर केस का खुलासा किया गया है। उन्होंने पत्रकारों से वार्ता के दौरान बताया कि शहर कोतवाली क्षेत्र में 26 मार्च को वहलना चौकी क्षेत्र के अन्तर्गत तालाब के पास एक युवक का गोली लगा शव बरामद किया गया था। इसकी शिनाख्त इसरान निवासी सूजडू के रूप में की गयी थी। शव मिलने के बाद पुलिस ने अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर लिया था। इस मामले के खुलासे के लिए शहर कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर योगेश शर्मा के नेतृत्व में टीम को लगाया गया था। आज पुलिस ने इसरान की हत्या का पर्दाफाश कर दिया है।
उन्होंने बताया कि इसरान की हत्या में शामिल रहे दो आरोपियों सोनी उर्फ शाहवेज निवासी चमरयान खादरवाला और शारिक निवासी किदवईनगर को वहलना चौकी इंचार्ज उप निरीक्षक जितेन्द्र सिंह द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। इनके पास से अवैध असलहा भी बरामद किया गया है। पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि नसीम बन्दर की पत्नी के साथ इसरान के अवैध सम्बंध थे। पूर्व में इसरान उसकी पत्नी को भगाकर ले गया था। बाद में इनको बरामद कर लिया था। बाद में सामाजिक स्तर पर हुई पंचायत में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया था, लेकिन नसीम बन्दर इस मामले को लेकर इसरान से रंजिश रखने लगा था।
घटना के दिन मिलने के लिए इसरान को तालाब पर बुलाया गया था और वहीं पर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गयी। उन्होंने बताया कि इस मामले में दोनों गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है। जबकि नसीम फरार है, उसकी तलाश में टीम को लगा दिया गया है। पूछताछ में इन आरोपियों ने बताया कि नसीम बन्दर ने उनको इसरान के कत्ल की सुपारी दी थी। दोनों को 50-50 हजार रुपये दिये गये थे। इसरान की हत्या के दिन नसीम भी मौके पर ही मौजूद था। उसके सामने ही इसरान को गोली मारकर जामियानगर के तालाब में धकेल दिया गया था। प्रेस वार्ता के दौरान शहर कोतवाली के एसएसआई राकेश शर्मा, वहलना चौकी प्रभारी उप निरीक्षक जितेन्द्र सिंह भी मौजूद रहे।