मुजफ्फरनगर. खतौली के मोहल्ला दुर्गापुरी स्थित श्रीकृष्ण मंदिर के 65वें वार्षिकोत्सव समारोह में देशभर के संतों का समागम हो रहा है। धर्मसभा के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक डा. मोहन भागवत हैं। डा. मोहन भागवत खतौली पहुंच गए हैं। उन्‍होंने श्रीकृष्ण मंदिर में पूजा भी की। डा. मोहन भागवत का संबोधन शुरू हो गया है।

डा. मोहन भागवत ने कहा कि जात-पात, ऊंच-नीच को समाप्त करने पर ही उन्नति होगी। हम सब एक हैं। सारा समाज एक साथ रहे। सब मिलकर आगे चलें। धर्म पर संकट आते हैं। दुष्ट और अधर्मी आक्रमण करते हैं। ऐसे समय में शक्ति के साथ सुशील रहना भी जरूरी है। यथा शक्ति के स्थान पर अधिकतम करने की आदत बनाएं। मंदिर जाएं, संतो को सुनें और धर्म आचरण के साथ सुरक्षा करें। सेवा धर्म का अंग है। दूसरों की मदद करना सेवा है। सत्‍य जानने के लिए मनुष्‍य का पवित्र होना जरूरी है। उपदेश किसी भी पंथ और संप्रदाय के लिए लाभकारी होता है। संतों की सुनेंगे तो अहंकार दूर होगा। भारत विश्वगुरू बनेगा। इसके लिए प्रत्येक नागरिक सहभागी बनें।

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नगर कार्यवाह पवन कुमार ने बताया कि सर संघचालक डा. मोहन भागवत खतौली के बाद मेरठ पहुंचेंगे। वह यहां दोपहर बाद डेढ़ बजे तक रहेंगे। वहां से सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय मेरठ प्रस्थान करेंगे। यहां वह पशु चिकित्सा विभाग के सभागार में नीर फाउंडेशन द्वारा ‘भारत के जल संसाधन: मुद्दे, चुनौतियां एवं समाधान’ विषय पर तीन बजे से होने वाली संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। अध्यक्षता परमार्थ निकेतन के संस्थापक स्वामी चिदानंद करेंगे। संगोष्ठी में काली नदी को पुनर्जीवित करने और जल संसाधनों को बचाने पर मंथन किया जाएगा। इस दौरान रमनकांत द्वारा लिखी पुस्तक का विमोचन भी होगा।