शामली। शामली के कांधला सीएचसी में कोरोना वैक्सीन लगवाने पहुंची तीन महिलाओं को एंटी रैबीज लगाने के मामले में फार्मासिस्ट को निलंबित कर दिया गया है। फार्मासिस्ट अपने स्थान पर जन औषधि केंद्र संचालक को बैठाकर चला गया था। डीएम जसजीत कौर ने जन औषधि केंद्र संचालक ताहिर हुसैन की भी सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सीएचसी प्रभारी डॉ. बिजेंद्र सिंह को चेतावनी दी गई है।
डीएम जसजीत कौर ने बताया कि महिलाएं गलती से एंटी रैबीज कक्ष में चली गईं थी। उन्होंने टीका लगवाने को कहा तो वहां मौजूद जन औषधि केंद्र संचालक ने उन्हें एंटी रैबीज लगा दिया। इससे पहले किसी चिकित्सक का परामर्श नहीं लिया गया। मामले में कार्रवाई करते हुए टीकाकरण से संबंधित जानकारी स्पष्ट लिखवाने के आदेश दिए गए हैं।
कांधला में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना का टीका लगवाने गई तीन महिलाओं को एंटी रैबीज का टीका लगाने की शिकायत सीएमओ से की गई थी। हालांकि दोनों टीकाकरण अलग-अलग स्थान पर हो रहे हैं। सीएमओ डॉक्टर संजय अग्रवाल का कहना है कि परिजनों की शिकायत पर सीएमओ ने जांच के आदेश दिए।
मोहल्ला सरावज्ञान निवासी सरोज (70 वर्ष) पत्नी स्वर्गीय जगदीश, नगर रेलवे मंडी निवासी अनारकली (72 वर्ष) और सत्यवती (62 वर्ष) के साथ सामुदायिक स्वास्थय केंद्र में कोरोनारोधी वैक्सीन की पहली डोज लगवाने गईं थीं। घर आने पर महिला सरोज को तेज चक्कर आने और घबराहट होने लगी। इसके बाद परिजन उसे निजी चिकित्सक के पास ले गए। चिकित्सक ने सीएचसी से दिए गए पर्चे को देखा तो उस पर एंटी रैबीज वैक्सीन लगाना लिखा हुआ था। बाद में अन्य दोनों महिलाओं के पर्चे देखे गए तो उन पर भी एंटी रेबीज दर्ज थी। स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. बिजेंद्र सिंह का कहना है कि तीन महिलाओं को एंटी रैबीज लगाने का मामला संज्ञान में आया है। अब इस मामले में डीएम के आदेश पर फार्मासिस्ट को निलंबित कर दिया गया है।